रायपुर,11 जनवरी I राष्ट्रीय युवा दिवस की पूर्व संध्या पर, कई युवा संगठनों ने प्रधान मंत्री और वित्त मंत्री से 2024-25 के आने वाले बजट में सभी तंबाकू उत्पादों पर टैक्स बढ़ाने की अपील की है। प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री से अपनी अपील में ये लोग सभी तंबाकू उत्पादों पर उत्पाद शुल्क बढ़ाने का आग्रह कर रहे हैं। यह अपील राष्ट्रीय युवा दिवस 2024 की पूर्व संध्या पर आई है। इसका विषय ”इट्स ऑल इन द माइंड” है, जो देश के युवाओं के लिए एक स्वस्थ और व्यसन मुक्त बढ़ते पारिस्थितिकी तंत्र को सक्षम करने का आह्वान करता है। देश में तम्बाकू उत्पादों को अप्राप्य और युवाओं की पहुंच से दूर करके व्यसनों से दूर एक मजबूत राष्ट्र बनाना संभव है।
युवा समूहों के अनुसार, केंद्र सरकार द्वारा राजस्व बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता को पूरा करने के लिए सभी तंबाकू उत्पादों पर उत्पाद शुल्क बढ़ाना एक बहुत प्रभावी नीतिगत उपाय हो सकता है। यह राजस्व उत्पन्न करने और तंबाकू के उपयोग तथा संबंधित बीमारियों को कम करने के लिए एक कामयाब प्रस्ताव होगा।
मशहूर बैडमिंटन खिलाड़ी और ओलंपियन, पद्म भूषण और पद्म श्री पीवी सिंधु ने कहा, “तम्बाकू का उपयोग न केवल हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचाता है बल्कि यह हमारे दोस्तों और परिवार के स्वास्थ्य के लिए भी ख़तरा है। इसके अलावा, तम्बाकू उपयोगकर्ताओं में कैंसर के गंभीर मामले विकसित होने का भी अधिक खतरा होता है। मैंने भारत के युवाओं से तंबाकू पर निर्भरता से मुक्त होने और स्वस्थ रहने का आग्रह किया।”
स्वास्थ्य पर संसद की स्थायी समिति ने कैंसर देखभाल योजना और प्रबंधन पर एक प्रासंगिक और व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें उसने भारत में कैंसर के कारणों का विस्तृत अध्ययन किया और चिंता व्यक्त की कि भारत में, “सबसे अधिक लोगों की जान मुँह के कैंसर, उसके बाद फेफड़े, ग्रासनली और पेट के कैंसर से जाती है।” इसमें यह भी कहा गया कि तम्बाकू का उपयोग कैंसर से जुड़े सबसे प्रमुख जोखिम कारकों में से एक है। इन चिंताजनक टिप्पणियों के मद्देनजर, समिति ने कहा है कि भारत में तंबाकू उत्पादों की कीमतें सबसे कम हैं और तंबाकू उत्पादों पर टैक्स बढ़ाने की जरूरत है। समिति तदनुसार सरकार को तम्बाकू पर कर बढ़ाने और प्राप्त अतिरिक्त राजस्व का उपयोग कैंसर की रोकथाम और जागरूकता के लिए करने की सिफारिश करती है।
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