जांजगीर ब्रेकिंग : महिला सचिव के मनमानी से ग्रामीण परेशान, सचिव कार्यालय में लटका रहता है ताला…पेंशन व कृषि कार्यों के लिए कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं ग्रामीण और किसान

जांजगीर चांपा, 08 जनवरी – महिला सचिव कि मनमानी से किसान और ग्रामीण परेशान, सचिव कार्यालय में लटका रहता है ताला, पेंशन व कृषि कार्यों के लिए कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं ग्रामीण और किसान !

जांजगीर चांपा जिले के नवागढ़ तहसील क्षेत्र के ग्राम पीथमपुर में, ग्रामीण व किसान ग्राम पंचायत के महिला सचिव भावना कश्यप की मनमानी से परेशान हैं, ग्रामीणों और किसानों का आरोप है कि, ग्राम पंचायत पीथमपुर में पदस्थ सचिव भावना कश्यप अपने कार्यालय से नदारद रहती है, और कार्यालय में ताले लटके रहते हैं, सचिव को ग्राम पंचायत के कार्यालय में पुरे 5 दिवस रहना है, लेकिन सचिव ने मनमानी करते हुए कार्यालय भवन में यह लिखवा दिया है कि, वह सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को 3 दिन ही कार्यालय आएगी, लेकिन वह तीन दिन भी कार्यालय नहीं आती है, सचिव की इस मनमानी रवैये से ग्रामीण किसान व स्कूली बच्चे बेहद परेशान हो रहे हैं, नाराज ग्रामीण और किसानों का कहना है कि, ऐसे लापरवाह सचिव का कहीं अन्यत्र ट्रांसफर कर, उनकी जगह किसी अन्य सचिव की पदस्थापना किया जाना चाहिए, पेंशन व कृषि कार्य के लिए कार्यालय आने वाले किसान, ग्रामीण के अलावा स्कूली बच्चों व पालकों को भी, जानकारी और दस्तावेजों के लिए महिनों महिनों तक भटकना पड़ रहा है।


ग्रामीणों ने बताया महिला सचिव की मनमानी और कार्यालय में तालाबंदी को परेशान ग्रामीण सचिव के अन्यत्र स्थानांतरण की मांग कर रहे हैं, वहीं इस मामले को लेकर जिला पंचायत के उप संचालक का कहना है कि, शासन का स्पष्ट निर्देश है कि, उन्हें अपने मुख्यालय में 5 दिन रहना है, लेकिन उनके द्वारा अगर अपने कार्यालय में तीन दिवस रहने की जानकारी चस्पा किया गया है, तो इस संबंध में उन्हें नोटिस भेज कर जानकारी ली जाएगी ।

वही जिला पंचायत उपसंचालक अभिमन्यु साहू ने बातया सरकार ग्रामीण और किसानों को सहूलियत देने के लिए, ग्राम पंचायत में ही सचिव की पदस्थापना की है ताकि, ग्रामीण किसानों व स्कूली बच्चों को छोटे-छोटे कामों के लिए भटकना ना पड़े, लेकिन लापरवाह सचिव की मनमानी और कार्यालय में तालाबंदी की वजह से, ग्राम पंचायत पीथमपुर के ग्रामीण किसान व क्षेत्रवासियों को छोटी-छोटी कामों के लिए भी भटकना पड़ रहा है, लिहाजा नाराज ग्रामीण सचिव की अन्यत्र स्थानांतरण कर, किसी अन्य के सचिव के पद स्थापना किए जाने की मांग कर रहे हैं, अब देखना होगा कि लापरवाह सचिव के खिलाफ, जिला प्रशासन किस तरह की कार्रवाई करता है !