इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के विद्यार्थियों ने जाना प्राथमिक उपचार का महत्व, हिस्सा बने एसईसीएल के सौजन्य से आयोजित प्राथमिक उपचार कैंप का


⭕ आईपीएस दीपका के विद्यार्थियों ने जाना प्राथमिक चिकित्सा का महत्व ,लिया संकल्प मानव सेवा का।


कोरबा, 07 जनवरी । इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के विद्यार्थियों ने सह शिक्षक, एसईसीएल दीपका के सौजन्य से श्रमवीर खेल परिसर में आयोजित प्राथमिक चिकित्सा की विधियों को देखा,जाना एवं समझने का प्रयास किया। कक्षा 8वीं ,9 वीं , एवं 11वीं के छात्र-छात्राओं को प्राथमिक चिकित्सा कैंप का शैक्षणिक भ्रमण कराया गया एवं प्राथमिक उपचार के महत्व को गहराई से समझाने का प्रयास किया गया।

एसईसीएल के अधिकारी ने विद्यार्थियों का ज्ञानवर्धन करते हुए डेमोंसट्रेशन के माध्यम से बताने का प्रयास किया कि औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों के अंदर अक्सर छोटी बड़ी घटनाएं होती रहती हैं। यदि हम अपनी सूझबूझ का उपयोग करते हुए ,सही समय पर चोटिल व्यक्ति को या घायल व्यक्ति को प्राथमिक उपचार मुहैया करा दें तो हम ऐसे कितने घायल मजदूरों की जान बचा सकते हैं। जिससे न सिर्फ जन् एवं धन की हानि से हम बच सकते हैं अपितु हम सेवा एवं परोपकार का भी कार्य कर पुण्य कमा सकते हैं ।मानव होने के नाते हम सबका कर्तव्य है कि हम यथासंभव जरूरतमंदों को प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराएं और नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराकर जीवन रक्षा करने का संकल्प लें।


सभी विद्यार्थियों ने शांत मुद्रा में गंभीरता से चीजों को समझने का प्रयास किया मन में उठने वाले विभिन्न संख्याओं को पूछ कर विद्यार्थियों ने अपनी जिज्ञासाओं को शांत करने का प्रयास किया साथ ही विद्यार्थियों के साथ गए हुए शिक्षक श्री सुखेंदु सिंह राय, डॉक्टर योगेश शुक्ला ,सुश्री पारुल पदवार ने भी विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं को शांत किया एवं समझाने का प्रयास किया कि यदि हमें प्राथमिक चिकित्सा के बारे में जानकारी है तो हम न जाने कितनों को ही स्वास्थ्य लाभ पहुंचा सकते हैं ।हम कितने परिवारों को बिखरने से बचा सकते हैं।


विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर संजय गुप्ता ने कहा कि किसी रोग के होने या चोट लगने पर किसी अप्रशिक्षित व्यक्ति द्वारा जो सीमित उपचार किया जाता है उसे प्राथमिक चिकित्सा कहते हैं। इसका उद्देश्य कम से कम साधनों में इतनी व्यवस्था करना होता है कि चोटग्रस्त व्यक्ति को सम्यक इलाज कराने की स्थिति में लाने में लगने वाले समय में कम से कम नुकसान हो। अतः प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षित या अप्रशिक्षित व्यक्तिओं द्वारा कम से कम साधनों में किया गया सरल उपचार है। कभी-कभी यह जीवन रक्षक भी सिद्ध होता है। प्राथमिक उपचार का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति की जान बचाना होता है। इसके अलावा, प्राथमिक उपचार संक्रमण होने की संभावना को कम करने में मदद करता है, लंबे समय तक चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता को कम करता है, और स्थिति को खराब होने से बचाता है। मामूली कट, जलन या घाव की उचित देखभाल इसे ओर खराब होने की संभावना को कम करती है।
प्राथमिक चिकित्सा किसी भी समस्या को बिगड़ने से रोकने में मदद करती है। हालांकि आगे के उचित इलाज के लिए डॉक्टर या अस्पताल की मदद लेनी चाहिए, लेकिन सही प्राथमिक चिकित्सा से इलाज का खर्च ज्यादा नहीं बढ़ेगा। कार्यस्थल पर उचित प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण होने से भी एक व्यक्ति का काफी पैसा बच सकता है क्योंकि छोटी दुर्घटनाएँ ठीक समय पर बड़ी होने से पहले ही नियंत्रित की जा सकती हैं और रोगी को हॉस्पिटल में इलाज के लिए एक बड़ी राशि का भुगतान करने से बचाया जा सकता है।

उचित प्राथमिक उपचार विभिन्न स्वास्थ्य और चिकित्सा आपातकालीन स्थितियों से निपटने में मददगार सिद्ध होता है। घायल व्यक्ति के जीवन को बचाने के अलावा, प्राथमिक उपचार रिकवरी प्रक्रिया को तेज करता है, स्वास्थ्य देखभाल की बड़े खर्चों से बचाता है, और चोट के खराब होने की संभावना को कम करता है।