राम के ननिहाल चंदखुरी तालाब सहित छत्‍तीसगढ़ की प्रमुख नदियों का जल भेजा जाएगा अयोध्‍या, पहले भेजा गया था चावल

रायपुर,04 जनवरी । भगवान राम के ननिहाल यानी चंदखुरी में भी अयोध्या में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर जबरदस्त उत्साह है। अयोध्या की तरह यहां भी 22 जनवरी को जश्न मनाने के लिए तैयारी जोरशोर से की जा रही है। चंदखुरी के कौशल्या माता मंदिर से 10 से 12 लोग अयोध्या के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। वे अपने साथ कौशल्या माता तालाब समेत छत्तीसगढ़ की नदियों के सभी संगम स्थलों का पानी लेकर अयोध्या जाएंगे। सुगंधित चावल प्रदेश से पहले ही भेजा जा चुका है। चंदखुरी का चावल भी भगवान श्रीराम के भोग के लिए ले जाएंगे। कई संगठनों द्वारा सब्जी और फूल भी भेजने की तैयारी है।

चंदखुरी की माता कौशल्या समिति के जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र वर्मा ने बताया कि प्राण-प्रतिष्ठा के लिए राजिम के त्रिवेणी संगम (महानदी, पैरी और सोंढूर नदी का मिलन), शिवरीनारायण का संगम (महानदी, शिवनाथ और जोंक नदी का मिलन) और चंद्रपुर का संगम (महानदी, मांड और लात नदी का मिलन) से पानी ले जाएंगे। इसके अलावा भी प्रदेश की प्रमुख नदियों से पानी ले जाएंगे। पानी एकत्रित करने का काम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि माता कौशल्या जहां विराजमान हैं, वहां की मिट्टी भी ले जाएंगे।

उत्पादक किसान फूल भेजने के लिए सामने आए

इधर शासन-प्रशासन ने पहले ही अयोध्या में भोग भंडारे के लिए 11 ट्रक के माध्यम से 300 टन सुगंधित चावल भेज चुका है। अब यहां के फूल उत्पादक किसान अयोध्या फूल भेजने के लिए सामने आए हैं। फूल उत्पादक किसान संजय वर्मा ने बताया कि प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम समेत मंदिर परिसर को सजाने के लिए यहां के किसान बड़ी मात्रा में फूल भेजना चाह रहे हैं। इसके लिए अयोध्या प्रशासन से अनुमति मांगी गई है। इसी तरह छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संघ ने 100 टन सब्जी अयोध्या भेजने का निर्णय लिया है।

रामलला के भोग के लिए भेजा गया 300 मीट्रिक टन सुगंधित चावल

इससे पहले 30 दिसंबर को राईस मिलर्स के सहयोग से रामलला के भोग के लिए छत्तीसगढ़ से 300 मीट्रिक टन सुगंधित चावल अयोध्या भेजा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रामलला के भोग के लिए उनके ननिहाल छत्तीसगढ़ से सब्जी उत्पादक किसानों की ओर से अब सब्जियों की खेप अयोध्या रवाना की जाएगी।