इंदौर-दाहोद रेल लाइन का काम तेज गति से जारी है। नए साल में धार तक ट्रेन चलाने के लक्ष्य को लेकर रेलवे द्वारा अर्थवर्क करने के साथ पुल-पुलियाएं बनाई जा रही हैं। इस रेलखंड में सबसे बड़ी सुरंग पीथमपुर चौपाटी के पास बनाई जा रही है। तीन किमी लंबी सुरंग में बीच के आधा किमी हिस्से में खोदाई का काम बचा है। मशीनों की सहायता से यह किया जा रहा है।
वर्षों से लंबित इंदौर-दाहोद रेल लाइन का काम इस वित्तीय वर्ष में बजट स्वीकृत होने के बाद तेज गति से हो रहा है। पीथमपुर से धार तक नई लाइन बिछाने के लिए रेलवे टुकड़ों में काम कर रहा है। तीन किमी लंबी सुरंग का कार्य भी आधुनिक मशीनों की सहायता से किया जा रहा है, ताकि जल्द खोदाई कर पटरियां बिछाइ जा सकें। यह काम पूरा होने के बाद धार तक रेल चलाने की बड़ी बाधा का समाधान हो जाएगा।
गौरतलब है कि इंदौर-दाहोद रले लाइन स्वीकृति के दौरान पीथमपुर में अधिक बसाहट नहीं थी। बजट और अन्य बाधाओं के कारण यह रेल परियोजना धरातल पर नहीं आ सकी। पटरी बिछाने के साथ अन्य कामों में देरी होती गई। इस दौरान पीथमपुर में घनी आबादी बस गई। इससे सीधी निकलने वाली रेल लाइन के स्थान पर अब उसे तीन किमी की सुरंग बनाकर निकाला जा रहा है।
टीही से पीथमपुर तक काम पूरा
राऊ से टीही तक रेल पटरी रेलवे द्वारा पहले की बिछाई जा चुकी है। टीही तक कंटेनर ट्रेन चलाई जा रही है। अब टीही से पीथमपुर तक अर्थवर्क पूरा कर लाइन बिछाई जा रही है। सुरंग के आगे भी धार की तरफ भी सुलावड, घाटाबिल्लौद और गुणावद के आगे तक अर्थवर्क किया जा चुका है।
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