गौरेला पेंड्रा मरवाही,27 दिसम्बर । स्वास्थ्य विभाग की आपातकालीन महतारी एक्सप्रेस की लचर व्यवस्था से जच्चा-बच्चा दोनों की जान खतरे में पड़ रही है. दरअसल, बीते दिनों मरवाही के ही नजदीक चंगेरी गांव की एक प्रसूति महिला हीरावती को प्रसव पीड़ा हुआ, जिसके बाद परिजनों ने तुरंत महतारी एक्सप्रेस एम्बुलेंस 102 को कॉल किया. एम्बुलेंस सुविधा के लिए साल करने पर पहले आधे घंटे का समय दिया गया लेकिन एक घंटा के बाद भी एम्बुलेंस मौके पर नहीं पहुंचा.
एम्बुलेंस समय पर ना पहुंचने घर पर ही प्रसव हो गया उसके बाद मौके पर एम्बुलेंस पहुंचा लेकिन उसमें टेक्नीशियन ( स्वास्थ्य वर्कर) नहीं था. फिर भी जच्चा-बच्चा को एम्बुलेंस में बैठाकर ले जाया जा रहा था. वहीं प्रसव के बाद सही समय पर समुचित इलाज न मिलने से नवजात शिशु ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. परिजनों ने रोते-रोते महतारी एक्सप्रेस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि एम्बुलेंस की देरी के कारण ऐसा हुआ है.
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