भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) CPI, 2 जनवरी को SECL कोरबा मुख्यालय का घेराव करने का का नोटिस

कोरबा,26 दिसंबर (वेदांत समाचार)। एसईसीएल के बल्गी सुराकछार खदान के भूधसान से प्रभावित किसानों को विगत तीन वर्षों का फसल क्षतिपूर्ति मुआवजा देने की मांग को लेकर प्रभावित किसानों ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और छत्तीसगढ़ किसान सभा के साथ बैठक करने के बाद माकपा के नेतृत्व में एसईसीएल के कोरबा महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपकर 2 जनवरी को कोरबा मुख्यालय घेराव का नोटिस थमा दिया है।


ज्ञापन सौंपने में प्रमुख रूप से माकपा जिला सचिव प्रशांत झा,किसान सभा के नेता जवाहर सिंह कंवर,दीपक साहू,के साथ प्रभावित किसान महिपाल सिंह कंवर,गणेश राम चौहान उपस्थित थे।माकपा जिला सचिव प्रशांत झा और छत्तीसगढ़ किसान सभा के जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर ने बताया कि बल्गी सुराकछार खदान के भूधसान के कारण सुराकछार बस्ती के किसानों की भूमि वर्ष 2009 से कृषि कार्य करने योग्य नहीं रह गई है। इससे किसानों को हुए भारी नुकसान को देखते हुए वर्ष 2019-20 तक का फसल क्षतिपूर्ति व मुआवजा एसईसीएल प्रबंधन को देना पड़ा है।लेकिन इसके बाद वर्ष 2020-21 से वर्ष 2022-23 तक का तीन वर्षों का मुआवजा अभी तक लंबित है।

अनुविभागीय अधिकारी कटघोरा द्वारा किसानों को हुए नुकसान का आंकलन कर क्षतिपूर्ति व मुआवजा देने के लिए एसईसीएल कोरबा प्रबंधन को पत्र देने के बाद भी किसानों की समस्याओं के प्रति एसईसीएल की उदासीनता और उसकी वादाखिलाफी के खिलाफ किसानों में काफी आक्रोश है। आक्रोशित किसानों की बैठक सुराकछार बस्ती में हुई बैठक में बड़ी संख्या में प्रभावित किसान उपस्थित थे, किसानों ने बैठक में 2 जनवरी को एसईसीएल कोरबा मुख्यालय का घेराव करने की रूपरेखा बनाई है।

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