रायपुर,25 दिसम्बर । राज्य में मरीजों के उपचार का सबसे ज्यादा बोझ आंबेडकर अस्पताल पर है। यहां आने वाले मरीजों का इलाज शुरू करने के लिए सोनोग्रॉफी, एक्सरे, एमआरआई अथवा सीटी स्कैन जांच की आवश्यकता होती है। अस्पताल में सबसे पहले इन मशीनों को बदलने अथवा इनकी संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है।
सीमित संख्या और लगातार उपयोग की वजह से जांच मशीनें काफी हद तक साथ छोड़ने की कगार पर हैं और अक्सर जांच के दौरान इसमें खराबी आने की शिकायतें सामने आती हैं। इसकी वजह से मरीजों को जांच के लिए न केवल लंबा इंतजार करना पड़ता है, बल्कि कई बार उनका उपचार भी प्रभावित होता है।
आंबेडकर अस्पताल में संचालित कैंसर विभाग की कुछ मशीन दस साल से ज्यादा पुरानी हो चुकी है। इन मशीनों को बदलने की बेहद आवश्यकता है। इसी तरह नई बेकीथैरेपी मशीन और सालों से बंद पड़ी पैट सीटी मशीन को प्रारंभ करने की जरूरत है। डायग्नोसिस तथा रेडियोलॉजी विभाग के उपकरणों और मशीनों को अपडेट करने की आवश्यकता है।
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