दिल्ली,25 दिसंबर । स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने अस्पतालों में दवाइयों की कमी को लेकर मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि सतर्कता विभाग के निर्देश पर स्वास्थ्य सचिव ने खराब गुणवत्ता वाली पांच जरूरी दवाइयों को अस्पतालों से हटाने का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा, जिन पांच दवाइयों एम्लोडिपाइन, लेवेतिरासेटम, पैंटोप्राजोल, सेफैलेक्सिन और डेक्सामेथासोन को अस्पतालों से हटाई गई उसकी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई। उन्होंने मुख्य सचिव से कहा है कि इन दवाइयों का तत्काल प्रबंध किया जाएं. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पांच दवाइयों के अलावा अस्पतालों में आवश्यक वस्तुएं जैसे रूई और पट्टियों को भी खराब मानक वाली होने के कारण स्टॉक से हटा दिया गया है. ऐसे बेहद जरूरी सामानों को हटाने से पहलो कई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई. स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्य सचिव को कहा है कि यह पांच दवाइयां एम्लोडिपाइन, लेवेतिरेसेटम, पैंटोप्राजोल, सेफैलेक्सिन और डेक्सामेथासोन को अस्पतालों को उपलब्ध कराने के लिए क्या वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है. उसका मौजूदा स्टॉक क्या है उसकी स्थिति के बारे में एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करें। साथ ही एक मानक संचालन प्रक्रिया तैयार करें जिससे भविष्य में यह सुनिश्चित किया जा सके कि जो दवाएं खरीदी जा रही है उसकी गुणवत्ता ठीक हो. दवाई खरीद की मानक संचालन प्रक्रिया की रिपोर्ट भी 15 दिन में सौंपी जाएं।
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