जोबीः- शहीद वीर नारायण सिंह शासकीय महाविद्यालय जोबी–बर्रा में विद्यार्थियों के संपूर्ण विकास के लिए आयोजित हो रही पैरेन्ट्स मीटिंग में किन्हीं करणवश पूर्व में वंचित रह गए पालकों को भी शामिल कर बच्चों के प्रगति पत्रक पर विवेचना की गई।
प्राचार्य रविन्द्र कुमार थवाईत ने बताया कि महाविद्यालय में हमेशा की तरह विद्यार्थियों के सर्वांगीर्ण विकास हेतु पालक-विद्यार्थी सह शिक्षक सम्मेलन का आयोजन होता रहा है। जिसमें आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर विद्यार्थियों की पूछ-परख की जाती है। साथ में उनके पालकों से भी उनकी आकांक्षा अनुरूप मार्गदर्शन लिया जाता है। हाल ही में हुए ऐसे ही पैरेन्ट्स मीट में कुछ कक्षाओं के विद्यार्थी और उनके पालक किन्हीं करणों से शामिल नहीं हो पाए थे। जिसे देखते हुए मांग के अनुरूप एक बार फिर से विशेष रूप से पालक-विद्यार्थी सह शिक्षक सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें श्री थवाईत के आदेशानुसार सहायक प्राध्यापक योगेन्द्र कुमार राठिया और डॉ. श्रीमती ज्ञानमणी एक्का के निर्देशन में बचे हुए विद्यार्थियों के संदर्भ में उनके पालकों के समक्ष गोष्ठी आयोजित की गई। अतिथि व्याख्याता रितेश राठौर ने बताया कि इस दौरान उपस्थित सभी विद्यार्थियों के अध्ययन शैली, दैनिक गतिविधी और उनके महाविद्यालय में आचरण आदि के बारे में विस्तारपूर्वक बात हुई। साथ में सीनियर सहायक प्राध्यापकों द्वारा उन्हें इन्टरनल एक्जाम का महत्व बताते हुए परीक्षा की तैयारी के लिए आवश्यक सुझाव दिए गए। इधर, पालकों ने भी एक बार फिर से हुए आयोजन के लिए संतोष प्रकट किया। साथ में विद्यार्थियों ने मीटिंग में मिली टिप्स के आधार पर और भी अच्छे अंक हासिल करने की बात कही है। उल्लेखनीय है कि मीट के दौरान सहायक प्राध्यापक सुरेन्द्र पाल दर्शन, सहायक प्राध्यापक वासुदेव प्रसाद पटेल, सहायक प्राध्यापक डॉ. श्रीमती श्वेता कुम्भज सहित अतिथि व्याख्याता राहुल राठौर और राम नारायण जांगड़े सहित महाविद्यालय के अन्य अधिकारी–कर्मचारी उपस्थित थे।
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– जोबी कॉलेज में वैल्यू ऐडेड कोर्स के साथ नई दिशा की तकनीकी शुरुआत
– तकनीकी ज्ञान में बढ़ोत्तरी के लिए जोबी कॉलेज में नया कंप्यूटर एप्लीकेशन कोर्स
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जोबीः- शहीद वीर नारायण सिंह शासकीय महाविद्यालय जोबी–बर्रा ने एक नए वैल्यू ऐडेड कोर्स की शुरुआत करके विद्यार्थियों को आवश्यक तकनीकी ज्ञान में माहिर बनाने का बीड़ा उठाया है। इसके माध्यम से 70 छात्रों को कंप्यूटर प्रशिक्षण सर्टिफिकेट कोर्स से लाभ होगा, जो उन्हें आने वाले समय में रोजगार और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सशक्त बनाए रखेगा।
इस संबंध में महाविद्यालय के प्रमुख, प्राचार्य रविंद्र कुमार थवाईत ने बताया कि इस कोर्स का संचालन महाविद्यालय की आई.क्यू.ए.सी. इकाई और नैक के साथ मिलकर हो रहा है। इस परियोजना के तहत, दो कंप्यूटर विशेषज्ञ प्रशिक्षक, सुश्री नंदिनी साहू और रमतु राम राठिया, प्रशिक्षु विद्यार्थियों को थ्योरी और प्रैक्टिकल में शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। जिसमें के तकनीकी ज्ञान में गुणवत्ता उन्मूलन के लिए 44 लेक्चरर्स की क्रमशः 22 थ्योरी और 22 प्रैक्टिकल कक्षाएं हैं, जो उन्हें कौशल में वृद्धि करने का अवसर देंगी। पूरे कोर्स के बाद, प्रशिक्षणार्थियों से एक लिखित परीक्षा लेने का प्रावधान है। जिसमें सफलता के बाद महाविद्यालय उन्हें सर्टिफिकेट प्रदान करेगा। इस सर्टिफिकेट की मान्यता से वे अपने करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकेंगे साथ ही उन्हें आगे की पढ़ाई में भी मदद करने में यह कारगर साबित होगा।
वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक वासुदेव प्रसाद पटेल के मुताबिक इस तरह के कोर्सेज ग्रामीण अंचल के महाविद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी हैं। इन्हें लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग काफी गंभीर है और नित नए एवं अनुकरणीय मार्गदर्शन के दिशा-निर्देश भी जारी कर रहा है। बता दें कि शहीद वीर नारायण सिंह शासकीय महाविद्यालय जोबी के विद्यार्थियों में भी इस कोर्स को लेकर अभूतपूर्व उत्साह बना हुआ है। तत्संबंध में प्रशिक्षण ले रहे विद्यार्थियों ने साझा किया कि इस कंप्यूटर कोर्स की सुविधा से उन्हें गांव से शहर जाने की आवश्यकता नहीं है, और यह उन्हें नौकरी और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सीधे रास्ते से सफलता की ओर एक कदम और करीब ले जा रहा है। ऐसे में अपनी रूटीन की पढ़ाई के बाद वे नियमित रूप से बिना गैप किए कक्षा वार अपने-अपने बैच में कम्प्यूटर की बारीकियां सीख रहे हैं।
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