रायपुर, 13 दिसंबर । भाजपा के सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस सरकार के करीबी रहे 30 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारियों की लिस्ट बनाई गई है। सरकार का शपथ ग्रहण समारोह पूरा होने के बाद अधिकारियों के तबादले का दौर शुरू होने से इंकार नही किया जा सकता है। कांग्रेस सरकार के करीबी रहे प्रशासनिक क्षेत्र में बड़े पदों पर बैठे अधिकारियों के हटाए जाने को लेकर चर्चाये हो रही हैं। हो गई है।वहीं लूप लाइन में डाले गए अफसरों को बड़ी जिम्मेदारी के साथ वापस लौटने की संभावना है। कई प्रसाशनिक अधिकारी जनप्रतिनिधियों को बधाई देने के बहाने उनसे मुलाकात कर रहे हैं ताकि काम बना रहे। कई अफसर तो पुरानी याद ताजा कर बताना चाह रहे हैं कि हम तो पहले से आपके साथ हैं।
बता दे कि भूपेश सरकार में कुछ अफसर बेहद करीबी रहे हैं और उनके पास कई बड़े विभागों की जिम्मेदारी रही है। इनमें अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, सिद्धार्थ कोमल परदेसी, अंकित आनंद, डा. एस.भारतीदासन, मनोज कुमार पिंगुआ, प्रसन्ना आर, टोपेश्वर वर्मा, भीम सिंह, किरण कौशल ,जेपी मौर्य, संजीव झा, दीपक सोनी, विनीत नंदनवार, डा. सर्वेश्वर भुरे, सौरभ कुमार, अन्बलगन पी, अलरमेलमंगई डी, पदुमसिंह एल्मा, नीलम नामदेव एक्का, डोमन सिंह व अन्य शामिल हैं। तो लूप लाइन कर दिए गए अफसरों में भाजपा सरकार में इनका कद बढ़ सकता हैं ऐसे अफसरों में मुख्य रूप से आईएएस पी दयानंद,भुवनेश यादव,मो.अब्दुल केसर हक,शिखा राजपूत तिवारी,रीता शांडिल्य, सी.आर. प्रश्नना,राकेश सुकुमार टोप्पो, राकेश सिंह राणा,राहुल वेंकट,एस प्रकाश,आर संगीता,अविनाश शरण,आर वेंकट,बसव राजू,अभिजीत सिह, आई चन्दरवाल सहित अन्य कई नाम हैं।
बता दे कि भाजपा ने निर्वाचन आयोग में पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा की शिकायत की थी। यदि किसी प्रकार का तकनीकी पेच नहीं फसा तो इनके बदलने की पूरी संभावना की चर्चा राजधानी में जोरो पर हैं। वैसे पिछले दिनों सीएम बनने विष्णुदेव साय को बधाई देने बुके लेकर पहुंचे थे और उनसे पुलिस महानिदेशक ने मुलाकात भी की थी। राजनेताओं के करीब रहे पुलिस अफसरों की रायपुर वापसी की संभावना बढ़ गई हैं।वन विभाग में तो भारी उलट फेर हो सकता हैं क्योंकि मंत्री के करीबी कई अफसरों ने एक तरफा खेल बगैर किसी डर भय के खेला हैं और इस खेल में रायपुर के सप्लायर व ठेकेदारो ने पूरे प्रदेश भर में अपनी मनमर्जी से अनाप शनाप काम किया।
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