कोरबा:- डॉ. भीमराव रामजी अम्बेडकर बाबा साहेब लोकप्रिय, भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे। उन्होंने दलित एवं बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और दलितों के खिलाफ सामाजिक भेद भाव के विरुद्ध अभियान चलाया। श्रमिकों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री एवं भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार थे। उक्त कथन महापौर राजकिशोर प्रसाद ने डॉ. अम्बेडकर जी की पुण्यतिथि अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी टी पी नगर में आयोजित कार्यक्रम में उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कही। इसके पहले डॉ. भीमराव अम्बेडकर के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया गया।
महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम द्विवेदी ने बताया कि कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स दोनों ही विश्वविद्यालयों से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने विधि, अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान के शोध कार्य में ख्याति प्राप्त की जीवन के प्रारम्भिक करियर में वह अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे एवं वकालत की। बाद का जीवन राजनीतिक गतिविधियों में बीता। 1956 में उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया। 1990 में, मरणोपरांत उन्हे भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारतरत्न से सम्मानित किया गया। सच्चे अर्थों में डॉ. अम्बेडकर महान मानवतावादी और देशभक्त थे, समाज के प्रेरक थे।
ब्लॉक अध्यक्ष संतोष राठौर ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी का जीवन सामाजिक चिंतन पर आधारित था। सामाजिक समानता, मौलिक अधिकार, मानवीय न्याय, समाजवाद तथा देश की एकता के लिए जीवन भर संघर्ष करते रहे।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता नारायण कुर्रे ने बताया कि 15 अगस्त 1947 को भारत के स्वतंत्र होते ही पं. जवाहर लाल नेहरू के नेतृत्व में बनी सरकार में डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री का पद संभाला था। उन्होने आगे बताया कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर पूरी शक्ति से जीवन भर सामाजिक उत्थान व विकास के लिए कार्य करते रहे।
इस मौके पर कुसमुंडा ब्लॉक अध्यक्ष सनीष कुमार, बंटी शर्मा, राजेन्द्र सूर्यवंशी, शशी अग्रवाल, द्रोपती तिवारी, सीताराम चौहान, जीवन चौहान, एडी जोशी, मुन्ना साहू, अमृता उरांव, रवि खुंटे, सुनीता तिग्गा, लखन लाल सहिस, डॉ. मनहरण राठौर, पुष्पा पात्रे, तुलसी केवट, प्रेरणा बरेठ, प्रदीप पुरायणे, सीमा कुर्रे, छत्रपाल कुर्रे, मोहन सोनी, अनिल डाहिरे, दीपक टंडन, सरोज कुमार बघेल, वेद नायक एवं सुरेश कुमार अग्रवाल आदि ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर के तैलचित्र पर मार्ल्यापण कर नमन किया।
[metaslider id="347522"]