जांजगीर पुलिस का खुलासा : अपने ही नाबालिक पुत्री को गला दबाकर पिता एवं सौतेली मां ने की थी हत्या, दोनो गिरफ्तार

जांजगीर-चाम्पा, 2 दिसंबर । अपने ही नाबालिक पुत्री को गला दबाकर पिता एवं सौतेली मां ने हत्या किया है।हत्या की घटना को आरोपियों द्वारा फांसी लगाकर आत्म हत्या करने की झुठी सूचना थाना जांजगीर को दी गई ।नाबालिक पुत्री की किसी अन्य नबालिक बालक से था प्रेम संबंध जिस कारण से आरोपी पिता, सौतेली मां द्वारा गला दबाकर हत्या करना । आरोपियों के विरूद्ध धारा 302, 120 बी, 201 भादवि के तहत कार्यवाही कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया ।

सुबह मृतिका के पिता विजय कुमार विजय उम्र 38 वर्ष द्वारा मर्ग इंटीमेशन दर्ज कराया गया कि इसकी नाबालिक पुत्री दिनांक 28.नवम्बर की रात्रि 10:00 बजे से 29.नवम्बर के सुबह 4:00 बजे के मध्य घर में पड़ी रस्सी से अपने कमरे के पंखे में रस्सी फंसा कर अपने गले में रस्सी फंसा कर आत्महत्या कर ली है रस्सी टूटने से वह पर गिर गई है की सूचना पर थाना जांजगीर में मर्ग क्रमांक 158/2023 धारा 174 जाफौ. कायम कर जांच पंचनामा कार्यवाही में लिया जाकर मृतिका का पीएम डाक्टरो के टीम से कराया गया डा० द्वारा पीएम रिपोर्ट में मृतिका की मृत्यु गला घोटने से दम घुटने से हत्यात्मक प्रवृति का होना लेख कियें है। मर्ग जांच दौरान एवं पीएम रिपोर्ट के आधार पर हत्या का अपराध पायें जाने से थाना जांजगीर में अपराध क्रमांक 830/23 धारा 302 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

विवेचना दौरान मृतिका के पिता विजय कुमार विजय एवं सौतेली माँ रेखा विजय से पूछताछ करने पर अपनी पुत्री का किसी अन्य लड़के के साथ का पता चलने के बाद बार-बार मना करने पर भी न मानने पर हमेश लड़ाई झगड़ा होता रहता था जिस कारण से माता पिता ने अपनी पुत्री की हरकत से छुटकारा पाने के लिए गले दबाकर हत्या कर रस्सी से पंखे से लटकाना बतायें जाने पर तथा आरोपियों के विरुद्ध अपराध धारा सदर का सबूत पायें जाने से विधिवत् दिनांक 02.दिसम्बर को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।

आरोपी –

(01) विजय कुमार विजय उम्र 38 साल निवासी पिसौद थाना जांजगीर (पिता)।

(02) रेखा विजय उम्र 32 सा निवासी पिसौद थाना जांजगीर (सौतेली मा)।

सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी निरिक्षक अशोक वैष्णव, उपनिरीक्षक भवानी सिंह, महिला प्रधान आरक्षक राजकुमारी मार्को, साइबर सेल के निरीक्षक प्रवीण कुमार द्विवेदी, उपनिरीक्षक पारस पटेल, प्रधान आरक्षक राजकुमार चंद्रा, बलवीर सिंह, गिरीश कश्यप का विशेष योगदान रहा

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