ऋतुओं के संधिकाल में होने वाले उपद्रवों से बचाता है स्वर्ण बिंदु प्राशन संस्कार – डॉ.नागेंद्र शर्मा

कोरबा, 2 दिसंबर । बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए “बच्चे रहे स्वस्थ” योजनान्तर्गत “चलो आयुर्वेद की ओर” मिशन के तहत डॉ.नागेंद्र नारायण शर्मा द्वारा पतंजलि चिकित्सालय निहारिका में दिनांक 02 दिसंबर 2023 शनिवार को अति शुभ पुष्य नक्षत्र में आयुर्वेदिक इम्यूनाईजेसन प्रोग्राम के तहत बच्चों को स्वर्ण बिन्दु प्राशन ड्रॉप्स पिलाकर आयुर्वेद पद्धति से टीकाकरण किया गया। स्वर्ण बिंदु प्राशन संस्कार के लाभ के विषय में बताते हुये संस्थान के चिकित्सक डॉ.नागेंद्र नारायण शर्मा ने कहा कि वर्षा ऋतु की विदाई के साथ शीत ऋतु का आगमन धीरे धीरे हो रहा है। ऋतु परिवर्तन के इस काल को संधिकाल कहते हैं । आयुर्वेद के अनुसार बाह्य प्रकृति में बदलाव आने के साथ साथ हमारे शरीर के अंदर भी परिवर्तन होने लगता है, जिसमे जरा सी भी असावधानी के कारण अनेक तरह के उपद्रव हमे शारीरिक रोग जैसे सर्दी, जुकाम, खांसी, ज्वर का आना आदि के रूप में प्रभावित करते हैं।

जिसका ज्यादा असर बच्चो में देखने को मिलता है क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। और वे ऋतुओं के इस संधिकाल से प्रभावित होकर रोगग्रस्त हो जाते हैं। स्वर्ण बिंदु प्राशन संस्कार से बच्चों की पाचन तंत्र की क्रिया सम्यक होकर उनकी धातुएं पुष्ट होती है । साथ ही उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में अतिशय वृद्धि होती है। जिससे वो ऋतुओं के इस संधिकाल में होने वाले उपद्रव से सुरक्षित रहते हैं। स्वर्ण बिन्दु प्राशन संस्कार में डॉ.नागेन्द्र नारायण शर्मा के अलावा श्रीमती प्रतिभा शर्मा, नेत्रनन्दन साहू, अश्विनी बुनकर, कमल धारिया, चक्रपाणि पांडेय, राकेश इस्पात, स्नेहा मिश्रा, देवबली कुंभकार, संजय कूर्मवंशी, इंद्रनारायण जायसवाल, कमला कुंभकार, एवं सिद्धराम शाहनी ने विशेष रूप से उपस्थित होकर अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।