कोरबा, 2 दिसंबर । हसदेव जल विद्युत संयंत्र माचाडोली में उस समय अफरा तफरी मच गई, जब जंगल से भटक कर दो जंगली सूअर संयंत्र के भीतर जा घुसे। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे वन विभाग की टीम ने जंगली सुअरो को खदेड़ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। वन अमले ने भारी मशक्कत के बाद जंगली सूअर को संयंत्र से बाहर निकाला, तब कहीं जाकर कर्मचारियों ने राहत की सांस ली।
घटना शनिवार की सुबह कटघोरा वनमण्डल में सामने आई। दरअसल माचाडोली बांगो में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल का जल विद्युत संयंत्र स्थित है, जहां प्रतिदिन की तरह कर्मचारी अपने काम में व्यस्त थे । इसी दौरान कर्मचारियों की नजर दो जंगली सूअर पर पड़ी। जंगली सूअर संयंत्र के भीतर विचरण कर रहे थे। किसी अनहोनी की आशंका पर कर्मचारियों ने जंगली सूअर घुसने की सूचना वन विभाग को दी। डीएफओ कुमार निशांत के निर्देश पर तत्काल एतमानगर व गुरसियां के उपवन क्षेत्रपाल अपनी टीम के साथ संयंत्र पहुंचे। वन विभाग की टीम ने जंगली सुअरो को सुरक्षित बाहर निकालने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। इसके लिए सबसे पहले कर्मचारियों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया। साथ ही जंगली सुअरो के लिए रास्ता तैयार किया गया। वन विभाग के प्रशिक्षित कर्मचारियों ने एक छोर में सुरक्षा घेरा तैयार कर खदेड़ने की कोशिश शुरू की। उन्हें काफी मशक्कत के बाद जंगली सूअर को संयत्र से बाहर निकालने में सफलता मिली। बताया जा रहा है कि जंगली सूअर की उम्र एक और दो साल की रही होगी, जो देखने से पूरी तरह स्वस्थ नजर आ रहे थे। जंगली सूअर समीप ही स्थित कक्ष क्रमांक पी 526 से संयंत्र के भीतर पहुंचे थे।
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