नई दिल्ली । विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत ने अमेरिकी सरकार की सुरक्षा चिंताओं पर गौर करने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है। बिडेन सरकार ने पहले कहा था कि उसने अमेरिका में सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नून को मारने की कथित साजिश का मुद्दा उठाया था, जिन्हें भारत सरकार आतंकवादी मानती है।
बागची ने एक बयान में कहा, भारत-अमेरिका सुरक्षा सहयोग पर हालिया चर्चा के दौरान, अमेरिका ने संगठित अपराधियों, बंदूक चलाने वालों, आतंकवादियों और अन्य लोगों के बीच सांठगांठ से संबंधित कुछ इनपुट साझा किए। हमने यह भी संकेत दिया था कि भारत ऐसे इनपुट को गंभीरता से लेता है क्योंकि वे हमारे राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव डालते हैं। सुरक्षा हित भी और संबंधित विभाग पहले से ही इस मुद्दे की जांच कर रहे थे।
एमईए के बयान के मुताबिक, यह सूचित किया जाता है कि 18 नवंबर 2023 को भारत सरकार ने मामले के सभी प्रासंगिक पहलुओं को देखने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया था। भारत सरकार जांच समिति के निष्कर्ष के आधार पर आवश्यक कार्रवाई करेगी।
इससे पहले सितंबर में, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि ऐसे विश्वसनीय आरोप हैं कि भारत सरकार का सिख कार्यकर्ता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से संबंध हो सकता है। भारत ने आरोप को बेतुका बताकर खारिज कर दिया, लेकिन कनाडा ने एक शीर्ष भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया और भारत ने भी कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करके उसका जवाब दिया था।
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