मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान का नौवां चरण 18 दिसंबर तक चलेगा

दंतेवाड़ा,28 नवंबर । जिले में चल रहे मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के तहत संचालनालय स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा निर्देशानुसार जिले में मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के नौवा चरण की शुरुआत हो गई है। जिसके अंतर्गत स्वास्थ्य दल के द्वारा घर-घर जाकर मलेरिया की जांच की जाएगी। यह अभियान बस्तर संभाग के समस्त जिलों में चलाया जा रहा है।



अभियान के दौरान धनात्मक पाए गए रोगियों को पूर्ण उपचार देने से मलेरिया परजीवी को नष्ट किया जा सकता है। इसके साथ-साथ उन क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों के द्वारा मच्छरदानी की नियमित उपयोग तथा लार्वा स्रोत नियंत्रण गतिविधियों के क्रियान्वयन से संबंधित क्षेत्र को मलेरिया मुक्त बनाया जा सकता है। इसके पूर्व भी जिले में मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के लगभग आठ चरण चलाए गए हैं। जिससे लगातार जिले में एपीआई का प्रतिशत गिरा है एवं मलेरिया के धनात्मक मरीजों में गिरावट आई हैं।

उक्त लक्ष्य की प्राप्ति हेतु ग्राम वार मलेरिया के धनात्मक प्रतिशत के अनुसार प्रतिवर्ष एक से दो बार मास स्क्रीनिंग गतिविधियां किया जाता है। जिसके अंतर्गत यह अभियान चलाया जा रहा है। जिले में लगभग 64 उप स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत 206 ग्राम के 216510 (2 लाख 16 हजार 5 सौ 10) लोगों की मलेरिया की जांच की जाएगी।  इसके अतिरिक्त 34 अर्धसैनिक बलों के कैंप में भी मलेरिया की जांच की जाएगी, इसके लिए जिला स्तर से कुल 206 सर्वे दल का गठन किया गया है। जो घर-घर जाकर लोगों की मलेरिया की जांच करेगी। अभियान के बेहतर क्रियान्वयन हेतु 22 सुपरवाइजर की ड्यूटी लगाई गई है, जिनके द्वारा अभियान की लगातार मॉनिटरिंग की जाएगी।

इस क्रम में आज जिला स्तरीय कार्यक्रम की शुरुआत दंतेवाड़ा के ग्राम पंचायत कुपेर से किया गया। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर संजय बसाक के द्वारा ग्राम पंचायत कुपेर को मलेरिया मुक्त मनाने हेतु संकल्प दिलाया गया साथ ही साथ अपने एवं अपने घर वालों की मलेरिया की जांच अनिवार्य रूप से करने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस मंडल एपिडेमियोलॉजी डॉ सीमा तिग्गा मीडिया अधिकारी अंकित सिंह विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक जीवन नाग खंड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी बीएस नेताम, मलेरिया सलाहकार प्रदीप पाल, भूपेंद्र साहू, आर बी मरकाम, अर्चना हालदार एवं ग्राम पंचायत कुपेर के समस्त मितानिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद थे।