80 से अधिक आयु वर्ग की जिले में पहली महिला मतदाता श्रीमती रूखमणी देवी ने किया मतदान, कहा – अद्भुत अनुभव, कभी सोचा नहीं था घर बैठे कर पाउंगी अपने मताधिकार का प्रयोग

कलेक्टर पहुंची घर, मतदाता का बढ़ाया उत्साह

पहले दिव्यांग मतदाता डॉ कौशल मिश्रा ने डाला वोट कहा: निर्वाचन आयोग की बेहतरीन पहल

दिव्यांग एवं वयोवृद्ध मतदाताओं के घर जाकर डाक मतपत्र के जरिये मतदान करवा रहें मतदान दल

जांजगीर-चांपा 07 नवम्बर 2023/ भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा निर्वाचन 2023 के तहत कलेक्टर एवं जिला निर्वाचान अधिकारी सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के मार्गदर्शन में मतदान केंद्रों तक पहुंच पाने में असमर्थ दिव्यांग मतदाताओं सहित 80 वर्ष से अधिक आयु के वयोवृद्ध मतदाताओं के लिए डाक मतपत्र के माध्यम से घर पर ही मतदान करने की व्यवस्था की गई है। जिसके तहत आज जिले में ऐसे दिव्यांग मतदाताओं के साथ ही 80 वर्ष से अधिक उम्र के वयोवृद्ध मतदाताओं ने डाक मतपत्र के जरिये अपने मताधिकार का उपयोग किया।

इन दिव्यांग मतदाताओं तथा 80 वर्ष से अधिक आयु के वयोवृद्ध मतदाताओं से मतदान कराये जाने के लिए मतदान दल उनके घर पहुंच रहे हैं। इस कड़ी में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने जांजगीर-नैला नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 17 की निवासी श्रीमती रूखमणी देवी तिवारी पति सालिक राम तिवारी के निवास पर पहुंचकर उनका उत्साह बढ़ाया। श्रीमती रूखमणी देवी ने जिले की पहली महिला वयोवृद्ध मतदाता के रूप में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इससे पहले मतदान दल उनके निवास पहुंचा। दस्तावेजो का मिलान कर एवं प्रक्रिया पूरी करा के निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार उनका मतदान कराया। वयोवृद्ध महिला मतदाता ने कहा कि पिछले कई चुनावो में मैने अपने मताधिकार का प्रयोग मतदान केन्द्र जाकर किया है परन्तु यह पहली बार हो रहा है, यह मेेरे लिये अद्भुत अनुभव है, मैने कभी सोचा नहीं था घर बैठकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर पाउंगी। कलेक्टर ने उनके निवास पर बैठकर उनके परिजनों को 17 नवम्बर को अपने मतदान केन्द्र में जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग के लिए प्रेरित किया।

दिव्यांग मतदाता जागरूक होकर इस सुविधा का लाभ लेकर लोकतंत्र के महापर्व में सहभागी बनेः डॉ. मिश्रा

निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा निर्वाचन 2023 में छत्तीसगढ़ के दिव्यांग मतदाताओं को मत पत्र के माध्यम से घर बैठे मतदान की सुविधा पहली बार दी है। जिले के पहले दिव्यांग मतदाता के रूप में मतदान करने वाले डॉ कौशल मिश्रा प्राध्यापक शासकीय ठाकुर छेदीलाल स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय जांजगीर ने कहा कि निर्वाचन आयोग की यह बेहतरीन पहल है। इससे दिव्यांग मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर पाएंगे। उन्होंने अपना अनुभव बाटते हुए बताया कि घर पहंुचे मतदान दल ने पूरी प्रक्रिया पारदर्शितापूर्ण सुव्यवस्थित ढंग से पूरी करायी। मेरे मत की गोपनीयता बनाये रखते हुए मेरे मताधिकार का प्रयोग कराया यह पहली बार है। मेरा सुझाव है कि दिव्यांग मतदाता जागरूक होकर इस सुविधा का लाभ लेकर लोकतंत्र के महापर्व में सहभागी बने। एक ट्रेन दुर्घटना में अपने दोनो पैर व एक हाथ से वंचित हो चुके डॉ कौशल मिश्रा हर बार अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं और इस बार जो सुविधा मिली है उससे वे अधिक सहजता से मतदान कर पाएं।

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