Success Story: कहते हैं न कि संतान की तरक्की मां-बाप की परवरिश पर निर्भर करती है, तो सोचिए उस मां-बाप की परवरिश कितनी अच्छी होगी, जिसकी सभी संतान पढ़-लिखकर डॉक्टर बनने के लिए तैयार हैं.
बिहार के गया की रहने वाली तीन बहनों ने यही कमाल कर दिखाया है. जिसमें 2 बहनें पहले से सरकारी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही थीं. अब तीसरी बहन ने भी उन्हीं के दिखाए मार्ग पर चलते हुए मेडिकल कॉलज में दाखिला लिया है.
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गया के रहने वाले इमरान अली की तीन बेटियां हैं. बड़ी बेटी अनम इमरान ने 2018 में कोलकाता के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होम्योपैथिक में एडमिशन हासिल किया था. इसके बाद 2019 में दूसरी बेटी ने भी महेश भट्टाचार्य होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में दाखिला पाया था और अभी लास्ट ईयर की पढ़ाई कर रही हैं. अब सबसे छोटी बहन बुशरा कौसर ने भी नीट काउंसलिंग में सामान्य कैटेगिरी से मदुरई के गवर्नमेंट होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में दाखिला पा लिया है.
बचपन से बनना चाहती थीं डॉक्टर
छोटी बेटी बुशरा ने स्कूल में पढ़ाई के दौरान भी स्लोगन राइटिंग में स्टेट लेवल में टॉप किया था. तब तत्कालीन उप मुख्यमंत्री ने उन्हें पटना के विज्ञान भवन में सम्मानित भी किया था. खास बात यह है कि तीनों बहन एक सामान्य परिवार से आती हैं, लेकिन कड़ी मेहनत से आज अपनी कामयाबी से तीनों ने मिसाल कायम की है. आसपास के लोग भी इन बहनों की कहानी की मिसाल देते हैं. तीनों बचपन से ही डॉक्टर बनना चाहती थीं.
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