रायपुर,04 नवंबर । पुरानी बस्ती स्थित अग्रसेन महाविद्यालय के पत्रकारिता विभाग, आई.क्यू.ए.सी. तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को ‘युवा मतदाता और लोकतंत्र’विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बलदेवभाई शर्मा मुख्य अतिथि रहे। राज्य के पूर्व चुनाव आयुक्त डॉ सुशील त्रिवेदी (रिटायर्ड आई.ए.एस.) ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। विशेष अतिथि के रूप में पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ शैलेन्द्र पटेल आमंत्रित थे। साथ ही स्वीप कार्यक्रम के सहायक नोडल अधिकारी डॉ चुन्नीलाल शर्मा ने अतिथि वक्ता के रूप में मतदान के महत्व पर जानकारी दी।
संगोष्ठी में सभी वक्तों ने एक स्वर में कहा कि भारत में लोकतंत्र को मजबूत बनाने में युवा मतदाता ही सबसे बड़ी भूमिका निभाते हैं। इसलिए युवा मतदाता ही लोकतंत्र की प्रमुख शक्ति हैं। इस कार्यक्रम में कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रोनिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ नरेंद्र त्रिपाठी, छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज की केन्द्रीय इकाई के अध्यक्ष अनुराग अग्रवाल, सचिव डॉ जे.पी. अग्रवाल भी विशेष रूप से उअप्स्थित थे। संगोष्ठी के पश्चात पत्रकारिता विभाग के विद्यार्थियों ने एन.एस.एस. केडेटों के साथ मतदाता जागरूकता का संदेश देने के लिए एक रैली भी निकाली।
संगोष्ठी में अपने विचार रखते हुए कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बलदेवभाई शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव प्रक्रिया “सर्वश्रेष्ठ चयन” पर आधारित होती है। इसी लिए मतदाता को समस्त प्रत्याशियों में से सबसे बेहतर का चुनाव करना चाहिए। उन्होंने महाविद्यालय की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षण संस्थान का दायित्व युवाओं को बेहतर नागरिक बनाना भी है। पूर्व चुनाव आयुक्त डॉ सुशील त्रिवेदी ने संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर के कथन को दोहराते हुए कहा कि- डॉ आंबेडकर ने यह चिंता जताई थी कि यदि लोकतंत्र में चुने हुए लोग निष्ठावान और ईमानदार नहीं हुए तो संविधान की भावना भी प्रभावित हो जायेगी। पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ शैलेन्द्र पटेल ने कहा कि दुनिया के विकसित देशों में मतदान को अनिवार्य बनाया गया है। इसी तरह भारत में भी इस दिशा में प्रयास किये जा रहे हैं। मतदाता जैसे-जैसे जागरूक होते जायेंगे, यह लक्ष्य आसान होता जायेगा। स्वीप कार्यक्रम के सहायक नोडल अधिकारी डॉ चुन्नीलाल शर्मा ने कहा कि इस बार “सी-विजिल”, “सक्षम” और “नो-योर-केंडीडेट” जैसे मोबाइल एप के माध्यम से कोई भी व्यक्ति चुनाव के लिए दी जाने वाली विभिन्न सुविधाओं को प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने युवा मतदाताओं को अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के प्रति सजग बनाने की जो पहल की है, उसी का नतीजा है कि लगातार मतदान का प्रतिशत बढ़ रहा है।
महाराजाधिराज अग्रसेन शिक्षण समिति के अध्यक्ष तथा महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ वी.के. अग्रवाल ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि लोकतंत्र को शक्तिशाली बनाने के लिए सभी को मतदान अवश्य करना चाहिए। तभी जन-आकांक्षाओं के अनुरूप योग्य सरकार का गठन किया जा सकता है। समिति के सचिव तथा महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर एवं वाणिज्य संकाय प्रमुख डॉ. अमित अग्रवाल ने आमंत्रित अतिथियों के विचारों और सुझावों को विशेष रूप से युवा मतदाताओं के लिए मार्गदर्शक बताया। वहीँ प्राचार्य डॉ युलेन्द्र कुमार राजपूत ने कहा कि लोकतंत्र को आदर्श स्थिति तक पहुँचाने के लिए मतदाता का समझदार होना सबसे पहली आवश्यकता है। इसलिए युवाओं को जागरूक करने की जरूरत है। कार्यक्रम का समन्यव पत्रकारिता विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ अदिति नामदेव गुप्ता, समाज कार्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. मो रफीक तथा एन.एस.एस. प्रभारी प्रो दीपिका अवधिया ने किया. वहीँ संगोष्ठी का संचालन पत्रकारिता विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. विभाष कुमार झा ने किया। कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों को महाविद्यालय द्वारा स्मृति-चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों ने भी अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई।
संगोष्ठी के पश्चात पत्रकारिता विभाग तथा महाविद्यालय के समस्त विद्यार्थियों ने एन.एस.एस. केडेटों के साथ मतदाता जागरूकता का सन्देश देने के लिए एक रैली निकाली. यह रैली पुरानी बस्ती के प्रमुख मार्गों से गुजरने के बाद महाविद्यालय परिसर में सपन्न हुई. इस दौरान विद्यार्थियों ने हाथ में तख्ती लेकर आस-पास के रहवासियों को चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल अवश्य करने की अपील की. इस रैली को नागरिकों का अच्छा प्रतिसाद मिला.
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