नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। एक ओर जहां कांग्रेस के दिग्गज नेता बीजेपी की केंद्र सरकार और प्रदेश में बीजेपी नेतृत्व पर निशाना साध रही है तो वहीं भाजपा की ओर पीएम मोदी एवं अन्य केंद्रीय मंत्री छग की भूपेश सरकार पर जमकर तीखे तीर छोड़ते हुए नजर आ रहे है। आज छग में पीएम मोदी का दौरा है लेकिन उससे पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रदेश की भूपेश सरकार पर चुनावी खर्चों एवं घोटालों पर निशाना साधा है। केंद्रीय मंत्री ने सीधे तौर पर सीएम बघेल पर रिश्वत लिए जाने कर आरोप लगाया है। इतना ही नहीं प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को दावा किया कि उन्होंने पैसे का लेन-देन करने के एक आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार किया है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ईरानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कहा कि सट्टे का खेल छग कांग्रेस का एक बहुत बड़ा चेहरा बन चुका है। शनिवार को सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ कुछ चौंकाने वाले तथ्य देश के सामने प्रस्तुत हुए है। असीमा दास नामक एक व्यक्ति से 5 करोड़ 30 लाख से ज्यादा पैरा बरामद हुआ है। मैं पूछना चाहती हूं कि कांग्रेस के नेताओं को छग में शुभम सोनी के नाम से अमीम दास पैसा पहुंचाते थे। शुभम सोनी के एक वॉइस मैसेज के माध्यम से असीम दास को ये आदेश दिया गया कि वो रायपुर जाएं और बघेल को चुनाव के खर्चे के लिए पैसा दें।
स्मृति ईरानी ने कहा कि असीम दास ने कबूल किया है कि वो दुबई से आदेश अनुसार रायपुर आया और कांग्रेस के चुनावी खर्चो के लिए पैसा दिया। ये पैसा महादेव एप के अवैध बेटिंग का है। असीम दास ने कबूल किया कि शुभम सोनी महादेव एप के टंप मैनेजमेंट में शामिल है। ये तथ्य चौंकाने वाला है कि हवाला और जनता से लूटे हुए धन को कांग्रेस चुनाव में इस्तेमाल कर रही है। शुभम सोनी ने लिखित बयान में कहा कि अब तक महादेव एप के प्रोमोटर ने भूपेश बघेल को पांच सौ आठ करोड़ रुपये रिश्वत दी है।
साथ ही उन्होंने कहा, लेकिन ये एकमात्र ऐसी जानकारी नहीं है, बल्कि एक और चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। महादेव ऑनलाइन बुक एप के प्रमोटर्स प्रशासन और कांग्रेस के नेताओं से जो संरक्षण चाहते थे, वो चंद्रभूषण वर्मा नाम के एक अधिकारी के माध्यम से भी प्रोटेक्शन मनी भेजते थे। चंद्रभूषण वर्मा ने अब तक 65 करोड़ रुपये रिश्वत के तौर पर हैंडल किए हैं।
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