छग विधानसभा 2023 : तानाखार से मोहितराम केरकेट्टा का कटा टिकट तो कहा ‘मेरे खिलाफ बड़ी साजिश हुई’…इन्हे बताया दोषी…

दरअसल बुधवार 18 अक्टूबर को कांग्रेस ने अपनी दूसरी लिस्ट जारी कर 53 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया। इस लिस्ट में पार्टी हाईकमान ने 10 सिटिंग विधायको का टिकट काट दिया गया। दूसरी लिस्ट सामने आने के बाद जहां कांग्रेस की रणनीति और टिकट वितरण को लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चाओं का दौर जारी है। वहीं दूसरी तरफ टिकट कटने से नाराज विधायकों का गुस्सा भी अब सामने आ रहा है। कांग्रेस ने कोरबा जिला के पाली-तानाखार सीट से इस बार मौजूदा विधायक मोहितराम केरकेट्टा का टिकट काटकर दुलेश्वरी सिदार पर भरोसा जताया है। कांग्रेस की इस लिस्ट के जारी होने के बाद से ही तानाखार विधानसभा में प्रत्याशी बदलने को लेकर राजनीति गरमा गयी है।

केरकेट्टा ने आरोप लगाया है कि डाॅ.महंत के करीबी प्रशांत मिश्रा ने उनके खिलाफ टिकट काटने को लेकर साजिश रची और चरणदास महंत ने इस साजिश में प्रशांत मिश्रा का समर्थन कर टिकट कटवा दिया। विधानसभा अध्यक्ष डाॅ.महंत के खिलाफ उन्ही के पार्टी के विधायक द्वारा लगाये इस गंभीर आरोप के बाद प्रदेश में एक बार फिर राजनीति गरमाना तय माना जा रहा है। विधायक ने अपने ही पार्टी के सीनियर लीडर और विधानसभा अध्यक्ष डाॅ.चरणदास महंत पर टिकट काटने की साजिश में साथ देने का गंभीर आरोप लगा दिया है।

तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने बताया कि उन्होने क्षेत्र के विकास के लिए अच्छा काम किया था। लेकिन पाली निवासी प्रशांत मिश्रा जो कि प्रदेश कांग्रेस महासचिव है, उन्होने उनका टिकट काटने के लिए साजिश रची थी। विधायक केरकेट्टा ने आरोप लगाया कि प्रशांत मिश्रा ने गोण समाज से आने वाली दुलेश्वरी सिदार को टिकट देने पर सक्ती विधानसभा सीट सहित दूसरे सीटों पर गोण समाज का वोट कांग्रेस में आने का दावा किया गया। जिसके बाद प्रशांत मिश्रा की इस साजिश में विधानसभा अध्यक्ष डाॅ.चरणदास महंत ने अपनी सहमति देकर टिकट कटवा दिया। मोहितराम केरकेट्टा ने बताया कि पार्टी की इस लिस्ट के बाद क्षेत्र की जनता और उनके समर्थक काफी नाराज है।

फिलहाल इस नाराजगी के बाद भी विधायक केरकेट्टा ने निर्दलीय या फिर किसी दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ने की बात से इंकार किया है। उनका साफ कहना है कि क्षेत्र की जनताऔर उनके समर्थक जैसा फैसला करेंगे वे उनके निर्णय के साथ रहेंगे। तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने दावा किया कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में ज्योत्सना महंत की कुर्सी तानाखार से मिली रिकार्ड लीड की वजह से बची थी। इस सीट से उन्होने मेहनत कर सांसद ज्योत्सना महंत को 62 हजार वोटों की रिकार्ड लीड दिलायी थी। लेकिन उनकी इस मेहनत को सांसद पति और विधानसभा अध्यक्ष डाॅ.चरणदास महंत ने दरकिनार कर उनका टिकट काटने में अहम भूमिका निभाई है। विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने आरोप लगाया कि डाॅ.महंत का गोंडवाना पार्टी से भी सेटिंग है, जिसका आगामी लोकसभा चुनाव में फायदा लेने के लिए उन्होने गोड़ समाज की महिला प्रत्याशी को टिकट देकर उन्हे दरकिनार कर दिया। जिससे कार्यकर्ता और क्षेत्र की जनता काफी नाराज है।

खैर चुनावी साल में कांग्रेस ने अब तक दो सूची में जारी 83 प्रत्याशियों के नामों में 18 सिटिंग विधायको का टिकट काट दिया है। कांग्रेस के इस बदलाव की रणनीति का पार्टी को फायदा मिलेया या फिर टिकट कटने वाले नेताओं के असंतोष का खामियाजा पार्टी को झेलना पड़ेगा, ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।