महिला मतदान दल कर्मचारियों ने EVM एवं VVPAT मशीन का लिया व्यवहारिक एवं क्रियाशील प्रशिक्षण

निर्भीक होकर निर्वाचन कार्यों का करें निष्पादन

मतपत्र लेखा को सावधानी पूर्वक करें तैयार

मनेन्द्रगढ़,18 अक्टूबर 2023 I विधानसभा निर्वाचन 2023 को स्वतंत्र एवं निपक्ष ढंग से सम्पन्न कराने के लिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी नरेन्द्र कुमार दुग्गा के  निर्देशानुसार अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी अनिल कुमार सिदार, संयुक्त कलेक्टर सी.एस.पैकरा, अजय कुमार मिश्रा जिला शिक्षा अधिकारी ने विकासखण्ड मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ के स्वामी आत्मानन्द उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय में चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान मतदान अधिकारियों को विभिन्न निर्देश दिए हैं। इस दौरान उन्होंने कन्या उ.मा.वि. मनेन्द्रगढ़ (शिक्षा विभाग) तथा उ.मा.वि. मनेन्द्रगढ़( आ.जा.क.) में चल रहे मतदान अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्य का जायजा लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

इन तीनों प्रशिक्षण स्थल में पोलिंग पर्सन ट्रेनिंग का प्रशिक्षण, मतदान की ड्यूटी में लगाए गये पीठासीन अधिकारी, मतगणना अधिकारी 01, 02 एवं 03 को दिया जा रहा है। जिसमें मास्टर ट्रेनरों के द्वारा भारत निर्वाचन आयोग के गाइडलाइन और निर्देशों के संबंध में प्रशिक्षणार्थियों को जानकारी दी जा रही है। ताकि प्रशिक्षण प्राप्त कर प्रशिक्षार्थी निर्वाचन का सफलतापूर्वक संपादन कर सकें। प्रशिक्षित कुशल मास्टर ट्रेनर द्वारा ई.व्ही. एम एवं व्ही. व्ही. पेट का संचालन, मतदान सामग्री प्राप्त करना एवं चेक लिस्ट के अनुसार मिलान मतदान के पूर्व की तैयारियां मतदान दिवस में किये जाने वाले कार्य, मतदान समाप्ति के बाद मशीनों का मुहर बंद किये जाने का विस्तृत जानकारी दी गई।

मतदान दलों को बताया गया कि सामग्री वितरण केन्द्र से मतदान सामग्री प्राप्त करने के बाद उसका मिलान चेक लिस्ट के अनुसार किया जाना है। ऐसे सामग्री जिसमें नम्बर अंकित हैं जैसे ई. व्ही.एम एवं व्ही. व्ही. पेट, निविदक मतपत्र, मतदाता सूची की चिन्हित प्रति, सुभिन्नक सील, ग्रीन पेपर सील, स्पेशल टैग, पिन्क पेपर सील, एड्रेस टैग का मिलान अच्छे से करें। यह देखें कि यह आपके मतदान केन्द्र से संबंधित है। कन्ट्रोल यूनिट में दिनांक और समय सही है, बैटरी की स्थिति अच्छी है, केन्डीडेट संख्या सही है, इसकी जांच कर लें। मतदान केन्द्र पहुँचने पर नियमानुसार मतदान केन्द्रों का स्थापना कर लें, नोटिस बोर्ड पर आवश्यक जानकारी प्रदर्शित करने, 100 मीटर एवं 200 मीटर की दूरी का चिन्हांकन कर आवश्यक सूचना लगा लगाने, मतदान दिवस के दिन वास्तविक मतदान के 90 मिनट पूर्व मॉकपोल कराया जाना है।

मॉकपोल में न्यूनतम 50 वोट डलवाने हैं, तत्पश्चात् सी.आर.सी. कर मॉकपोल के डाटा को हटा देना है। व्ही. व्ही. पेट के ड्रॉप बॉक्स से पेपर स्लीप को निकालकर काले रंग के लिफाफे में पिंक पेपर सील से सील बंद करना है। पीठासीन अधिकारी द्वारा मॉकपोल प्रमाण पत्र तैयार मतदान अभिकर्ताओं से हस्ताक्षर लिया जायेगा। इसके बाद मत की गोपनीयता बनाने हेतु मतदान मशीनों में गोपनीय सील- ग्रीन पेपर सील, स्पेशल टैग एड्रेस टैग लगाकर कन्ट्रोल यूनिट के रिजल्ट सेक्शन को सील्ड किया जायेगा। मतदान नियत समय पर प्रारम्भ होने की घोषणा पीठासीन अधिकारी द्वारा किया जायेगा। मतदान अधिकारी क्रमांक 01 मतदाता सूची का चिन्हित प्रति का प्रभारी होगा। वह मतदाता की पहचान को सुनिश्चित करेगा। मतदाता की पहचान वोटर कार्ड या आयोग द्वारा निर्धारित 12 दस्तावेज के आधार पर होगी।

पहचान सत्यापित होने के बाद मतदान अधिकारी क्र. 2 मतदाता के बायें हाथ के तर्जनी पर अमिट स्याही लगायेगा। वह मतदाता रजिस्टर में आवश्यक प्रविष्टियां करने के बाद मतदाता पर्ची जारी करेगा। मतदान अधिकारी क्र. 3 कन्ट्रोल यूनिट का प्रभारी होगा। वह मतदाता से मतदाता पर्ची प्राप्त कर उसे संग्रहित कर बैलेट जारी करेगा। मतदाता वोटिंग कम्पार्टमेंट में जाकर बैलेट यूनिट के नीले रंग का बटन दबाकर वोट देगा। व्ही. व्ही पेट के पारदर्शी खिड़की से पेपर स्लीप जनरेट होगी। जिसमें अभ्यर्थी का नाम एवं निर्वाचन प्रतीक मुद्रित रहेगा। यह पर्ची 7 सकेण्ड तक दिखाई देगी और ऑटोकट व्यवस्था द्वारा कट कर ड्रॉप बाक्स में इक्कट्ठा हो जायेगी। इस प्रकार मतदान की प्रक्रिया चलती जायेगी। मतदान दलों को डाक मतपत्र,  निर्वाचन कर्त्तव्य प्रमाण पत्र के बारे में बताया गया। मतदान समाप्ति उपरांत कन्ट्रोल यूनिट का क्लोज बटन को अनिवार्य रूप से दबाया जाना है। इसके बाद मतदान मशीन को नियमानुसार सील बंद करने की कार्यवाही के बारे में बताया गया रिकार्ड किये गये मतों का लेखा पीठासीन अधिकारी की डायरी, सांविधिक लिफाफा, असंविधिक लिफाफा अन्य लिफाफे को तैयार करने के संबंध में बताया गया।

इस प्रशिक्षण का निरीक्षण उप जिला निर्वाचन अधिकारी अनिल कुुमार सिदार तथा संयुक्त कलेक्टर सी.एस. पैकरा के द्वारा किया गया। उनके द्वारा मॉकपोल प्रक्रिया, मतदान मशीनों की सिलिंग, मतदाता के पहचान के दस्तावेज, मतदाता रजिस्टर, मतपत्र लेखा, मतदान समाप्ति उपरांत क्लोज बटन दबाया जाने के संबंध में आवश्यक मार्गदर्शन मतदान दलों को दिया गया। उन्होंने मतदान दलों को पीठासीन अधिकारी की पुस्तिका का गहराई से अध्ययन करने के निर्देश दिये। उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतदान दलों को यह भी निर्देशित किया कि मतपत्र लेखा को सावधानीपूर्वक तैयार करें। उसमें अंकित मतों की संख्या और कन्ट्रोल यूनिट में दर्शित मतों की संख्या में किसी भी प्रकार की विसंगति नहीं होना चाहिए। इस अवसर पर संजय श्रीवास्तव मण्डल, गोपाल सिंह, गौरव सहित निर्वाचन कार्य से संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

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