कोरबा, 14 अक्टूबर । हिंदू धर्म में नवरात्र पर्व का विशेष महत्व है। हर वर्ष दो नवरात्र पर्व पर मनाए जाते हैं। चैत्र नवरात्र और शारदीय नवरात्र। शक्ति की अराधना के महापर्व को लेकर देश भर में तैयारियां हो रही हैं।
इसी कड़ी में कोरबा जिले के सभी देवी मंदिरों में विभिन्न अनुष्ठान के साथ ही मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किए जाएंगे। सर्वमंगला मंदिर में पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार बड़ी संख्या में दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। अब तक 7700 भक्तों के ज्योति कलश पंजीकृत हो चुके हैं। इसके लिए मंदिर समिती के सदस्य जोरों से तैयारियां कर रहे हैं।
अश्विन मास में पड़ने वाले इस नवरात्र के पावन पर्व को शारदीय और क्वार नवरात्र के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्र की शुरुआत अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होगी, जिसके बाद से शक्ति की उपासना भी आरंभ होगी। हसदेव तट स्थित देवी सर्वमंगला मंदिर में नवरात्र को लेकर जरूरी प्रबन्ध किए जा रहे हैं। भीतरी और बाहरी तैयारियां अंतिम चरण पर है।
देवी दुर्गा की उपासना से मिलती है सुख-समृद्धि
कोरबा का यह देवी मंदिर सैंकड़ों वर्षों पुराना है। माता भवानी पर भक्तों की गहरी आस्था है। नवरात्र पर यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शारदीय नवरात्र में घटस्थापना और नौ दिनों तक देवी दुर्गा की उपासना करने से साधक को सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
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