रायगढ़, 09 अक्टूबर । जिले के धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र में शनिवार की सुबह खेत की तरफ जा रहे एक ग्रामीण का जंगली हाथी के सामना हो गया जिसके बाद जंगली हाथी ने सूंढ़ से पटककर ग्रामीण को घायल कर दिया है जिसे गांव के ग्रामीणों ने अस्पताल में भर्ती कराया है जहां उसका उपचार जारी है। धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र में पिछले कई सालों से जंगली हाथियों का आतंक व्याप्त है। इस क्षेत्र में जंगली हाथियों के द्वारा आए दिन उत्पात की खबरें सामने आती रही है।
साथ ही साथ हाथी और मानव के बीच द्वंद्व में इस वन परिक्षेत्र में कभी हाथी तो कभी इंसानों की भी मौतें होते रही है। इसी बीच शनिवार की सुबह तकरीबन 8 बजे धरमजयगढ़ क्षेत्र के सेमीपाली क्षेत्र में खेत की तरफ जा रहे डमरूधर पिता अशोक राठिया 35 साल का जंगली हाथियों के एक दल से अचानक सामना हो गया, जिसके बाद जंगली हाथियों के दल से एक हाथी ने डमरूधर को सूंढ से उठाकर जमीन पर पटक दिया और फिर वहां से चला गया।
इस घटना की जानकारी प्रत्यक्षदर्शियों ने घायल व्यक्ति के परिजनों के साथ-साथ गांव में दी। जिसके बाद घायल ग्रामीण डमरूधर को आनन-फानन में धरमजयगढ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उपचार जारी है।
जंगली हाथियों के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोकना पड़ा आवागमन
अंबिकापुर -बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर उदयपुर व लखनपुर के बीच शुक्रवार की रात हाथियों का दल आ गया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर जंगली हाथियों की चहलकदमी से आवागमन रोकना पड़ा। लखनपुर व उदयपुर के बीच जजगा मंदिर के पास से जंगली हाथियों ने सड़क पार किया। रात लगभग साढ़े सात बजे हाथी राष्ट्रीय राजमार्ग पर आए थे। उस दौरान वन विभाग का अमला उपस्थित था। हाथियों के सड़क के नजदीक आते ही आवागमन रोक दिया गया। लगभग आधे घण्टे के लिए आवागमन रोक दिया गया था। उस दौरान जंगली हाथी सड़क के आसपास ही विचरण करते रहे। सुरक्षा की दृष्टि से सड़क के दोनों ओर कर्मचारियों को तैनात किया गया था। आधे घण्टे बाद जंगली हाथी राष्ट्रीय राजमार्ग से दूर गए।तब जाकर आवागमन बहाल किया गया।
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