क्रूरतापूर्वक छोटे से पंप हाउस में ठूंस-ठूंस कर भरे जाने से हुई 15 मवेशियों की मौत, एक घायल बरामद, 3 आरोपी गिरफ्तार

बिलासपुर-कोटा, 07 अक्टूबर । बंद पड़े पंप हाउस में पिछले दिनों बड़ी संख्या में मृत मिले मवेशियों के मामले में पुलिस ने आखिरकार तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।

घटना इस प्रकार है कि दिनांक 29.09.2023 को ग्राम नेवरा के गौठान अध्यक्ष रामचंद्र यादव ने कोटा थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 28.09.2023 को गांव के बाजार स्थल के पानी टंकी के पास पंप हाउस में पंप संचालन नहीं हो रहा था,पुराना जर्जर हालत में बाउंड्री से घिरा हुआ है। यहां से बदबू देने पर पंप हाउस के अंदर जाकर देखा तो 15 मवेशी मृत हालत में एवं एक पशु जीवित हालत में था। जिसे अज्ञात व्यक्ति द्वारा लगभग 7-8 दिन पूर्व से लाकर पंप हाउस के अंदर भरकर बाहर से दरवाजा लगा दिया था तथा मवेशियों को बिना खाना-पानी के क्रूरतापूर्वक पंप हाउस के अंदर छोटे से रूम अंदर क्रूरता पूर्वक ठूंस-ठूंस कर भर दिया जिससे 15 मवेशियों की मृत्यु हो गई है।

प्रार्थी की रिपोर्ट पर तत्काल अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना कार्यवाही में लिया गया। उक्त मामले में पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के द्वारा अज्ञात आरोपियों की त्वरित पतासाजी कर कार्यवाही किए जाने निर्देशित करने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अभिषेक माहेश्वरी एवं अनुविभागीय पुलिस अधिकारी सिद्धार्थ बघेल के मार्गदर्शन में थाना कोटा प्रभारी टी.एस.नवरंग के नेतृत्व में लगातार 5 दिनों तक ग्राम नेवरा में कई लोगों से पूछताछ किया गया। पूछताछ दौरान पता चला कि 12 -13 दिन पूर्व गांव के तितरा राम बघेल पिता स्व. बुधराम बघेल उम्र 59 वर्ष नेवरा, तीतरा उर्फ कल्लू बंजारे पिता स्व. रामू बंजारे उम्र 45 वर्ष तथा रंजीत बघेल पिता तीतरा बघेल 28 साल नेवरा उक्त मवेशियों को बाजार के तरफ खेदते हुए पानी टंकी के पास बने पंप हाउस में घुसा रहे थे। उक्त तीनों संदेहियों से पूछताछ कर अपराध कबूल करने पर मेमोरेंडम कथन लेकर तीनो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।
अपराध क्रमांक 861/23 पर


धारा- 429 भादवि, 11 पशु क्रूरता अधिनियम, 4,6,10 छ.ग. कृषि पशु परिरक्षण संशोधन अधिनियम 2011 के तहत दर्ज मामले में विवेचना जारी है। उक्त संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी टी.एस.नवरंग,एएसआई ओंकार बंजारे, आरक्षक भोप साहू, जलेश्वर साहू, खिलावन नेताम का सराहनीय योगदान रहा।