कोरबा,30 सितम्बर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कोरबा के निर्देशानुसार आज दिनाँक 30 सितंबर 2023 को शासकीय इ. वि. स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोरबा में “मतदाता जागरुकता कार्यक्रम “के अंतर्गत ‘ स्वीप गीत’ (sveep song ) प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। ‘स्वीप गीत’ प्रतियोगिता में बी. ए. द्वितीय वर्ष की विद्यार्थी सुषमा बंजारे ने प्रथम
स्थान,बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा ऋचा स्वर्णकार ने द्वितीय स्थान एवं बीएससी द्वितीय वर्ष सत्येंद्र राठिया ने
तृतीय स्थान प्राप्त किया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ श्रीमती साधना खरे ने “संकल्प पत्र” का वाचन कराकर निष्पक्ष एवं अनिवार्य
मतदान हेतु विद्यार्थियों को शपथ दिलाया गया एवं संबोधित करते हुये कहा कि गीत एक ऐसा माध्यम है जिससे
व्यक्ति अधिक प्रभावित होता है।’स्वीप गीत ‘ मतदाता जागरूकता का सशक्त माध्यम है। हमें आगामी होने वाले चुनाव
में निष्पक्ष होकर सही व्यक्ति को वोट देना है। हमें वोट तो देना ही है, इसके साथ-साथ अपने परिवार, समाज एवं गांव के
लोगो को अनिवार्य एवं निष्पक्ष मतदान के लिये प्रेरित करना है।
गृह विज्ञान के विभागाध्यक्ष एवं एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी श्री अजय पटेल ने कहा कि मतदाता एक ऐसा शस्त्र है जिसके माध्यम से भारत का भाग्य बदला जा सकता है। वर्तमान में देखा जाये तो शिक्षित वर्ग में अशिक्षित वर्ग की अपेक्षा मत प्रतिशत कम है। उन्हें जागरूक करना अति आवश्यक है। प्राणीशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष एवं स्वीप नोडल अधिकारी श्री बलराम कुर्रे ने मतदाता के महत्व को बताया।मतदाता किसी भी देश की भाग्य निर्माण अहम कड़ी होती है।मतदाता जागरूक होंगें तभी देश का विकास होगा।
भूगर्भ शास्त्र के अतिथि सहायक प्राध्यापक श्रीमती आशा आजाद ने गीत के माध्यम से बताया कि मत का प्रयोग एक
अनिवार्य कर्म है।नेता सच्चा एवं श्रेष्ठ चुने ।अखंड भारत में मत एक अधिकार है और इसका प्रयोग हमें निश्चित रूप से
करना है। महाविद्यालय के छात्रा सुषमा बंजारे ने गीत के माध्यम से बताया कि मतदाता भारत का भाग्य विधाता है,
बिना किसी प्रलोभन के सही व्यक्ति को मत देना है। छात्रा ऋचा स्वर्णकार ने वोट की कीमत को गीत के माध्यम से
बताई। आव्हान किया कि प्रत्येक मतदाता अपने अधिकारों का सम्मान करें। छात्र सत्येन्द्र राठिया ने छत्तीसगढ़ी में स्वीप
गीत के द्वारा मतदान दिवस को अनिवार्य मत देने जाने के लिए आव्हान किया।
आज के कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के प्राध्यापक बी. एल. साय, डॉ धनेश्वरी दुबे, सुशील अग्रवाल , रमेश मौर्य , कन्हैया सिंह कँवर अजय पटेल ,श्रीमती मधु कँवर, सुश्री रोशनी राठौर ,सुश्री लोकेश्वरी तथा कैम्पस अम्बेडसर निखिल साहू, अदिती जांगड़े, हुमांशु साहू, हर्षवर्धन ,सत्येंद्र राठिया एवं प्रतिभागी विद्यार्थियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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