कोरिया, 30 सितम्बर । प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फेंरेसिंग के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जिलों के नव नियुक्त सहायक शिक्षकों, व्याख्याताओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए साथ ही पंजीकृत बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता की राशि उनके खाते में अंतरण किए।
विदित हो कि विगत पौने पांच वर्षों में राज्य सरकार द्वारा शासकीय-अशासकीय विभागों, निगम, मंडल, बोर्ड, आयोग में विभिन्न रिक्त पदों के लिए विज्ञापन प्रकाशित किए हैं, जिसके तहत पात्र उम्मीदवारों का चयन कर उन्हें नियुक्ति पत्र प्रदान किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में आज वीडियो कान्फेरेसिंग के माध्यम से जिले के कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को जानकारी देते हुए बताया कि सहायक शिक्षकों के 159 पदों के लिए विज्ञापन प्रकाशित किए गए थे, जिसमें प्रथम चरण में 86 उम्मीदवारों का चयन कर उन्हे नियुक्ति पत्र दिए जा चुके हैं वहीं आज 48 सहायक शिक्षकों को नियुक्ति आदेश दिए गए हैं।
बच्चों को खूब पढ़ाइये-लिखाइये ताकि वे एक जागरूक व शिक्षित इंसान बने-
मुख्यमंत्री बघेल से बलौदाबाजार निवासी, नवनियुक्त सहायक शिक्षक, गिरजाशंकर पटेल ने बात की और उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि कम समय में हम लोगों को नियुक्ति पत्र मिलना बहुत ही खुशी की बात है। श्री पटेल ने कहा मैं एवं मेरा परिवार शिक्षक की नौकरी मिलने से बहुत प्रसन्न हैं। मुख्यमंत्री ने उन्हें बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अब स्कूल, छात्र-छात्राओं की जिम्मेदारी आप लोगों की हैं, बच्चों को खूब पढ़ाइये-लिखाइये ताकि वे एक जागरूक व शिक्षित इंसान बन सके।
सचमुच युवाओं के लोकप्रिय कका है-शा. उच्च. मा. शाला सलबा में सहायक शिक्षिका में नियुक्त तान्या मैत्री ने बताया कि उनको भरोसा नहीं था कि इतने कम समय में उनकी नौकरी लग जाएगी, मुख्यमंत्री का आभार जताया। इसी तरह महासमुंद निवासी श्री भोजराम को सोनहत विकासखण्ड के डूमाडांड स्कूल में नियुक्ति आदेश मिला। किसान परिवार से आने वाले भोजराम ने बताया कि उनके माता-पिता किसान हैं।
मुझे शासकीय नौकरी मिलने से परिवार बहुत खुश है। भोजराम ने बताया कि उनका सपना था कि बच्चों को पढ़ाएं ताकि परिवार, समाज और देश के नवनिर्माण में यह नौनिहाल नाम रोशन कर सके। मुख्यमंत्री बघेल को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि सचमुच युवाओं के लोकप्रिय कका है। बिलासपुर निवासी कौशल हितेन्द्र ने सहायक शिक्षक पद की नियुक्ति आदेश मिलने पर भावुक होने लगे, उन्होंने बातचीत करते हुए बताया कि मैं पहली पीढ़ी हूं, जिसे शासकीय नौकरी मिली है। मैं सरकार और मुख्यमंत्री का जीवन भर आभारी रहंूगा साथ ही बच्चों को पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ूगां।
कलेक्टर लंगेह ने बेरोजगारी भत्ता के बारे में बताया कि जिले में एक हजार 883 बेरोजगारों का पंजीयन किया गया, जिसमें एक हजार 148 लोगों की बेरोजगारी भत्ता स्वीकृत की गई है। लाइवलीहुड व अन्य प्रशिक्षण संस्थाओं के माध्यम से 60 बेरोजगार युवाओं डाटा एंट्री तथा इलेक्ट्रिशियन में प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
जरूरतमंद लोगों की सरकार कर रही है चिंता-‘मेरे पति एक लम्बी बीमारी के चलते तीन वर्ष पहले निधन हो गया। दो बच्चे हैं, जिसे वे स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट स्कूल में पढ़ा रहे हैं। परिवार चलाने की जिम्मेदारी मुझ पर हैं, कहीं कोई रोजगार नहीं है। कैसे परिवार को चलाउं, बच्चों को कहां से पढ़ांऊ इसी उधेड़बुन में जीवन कट रहा था। परिवार पर आश्रित था। चाहकर भी कुछ मदद नहीं मांग पा रही थी। पढ़ी-लिखी हंू, उम्मीद है कि कुछ ऊपर वाले भला करेगा़! लेकिन भला मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जिन्होंने स्वामी आत्मानंद स्कूल खोल दिए और मेरे दोनों बच्चे वहीं पढ़ाई कर रहे हैं। 2500 रूपए मुझे बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है।
डाटाएंट्री कम्प्यूटर ऑपरेटर का प्रशिक्षण ले रही हूं। मुझे भूपेश सरकार पर पूरा भरोसा हो गया है कि जरूरतमंद लोगों की चिंता यह सरकार कर रही है।’ बैकुण्ठपुर निवासी श्रीमती पूनम मिश्रा ने यह जानकारी साझा की। इसी तरह बेरोजगारी भत्ता प्राप्त सलवा करील निवासी परमेश्वर, बैकुण्ठपुर निवासी काजल नावे, बरतिया निवासी श्याम सूंदर ने भी सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि बेरोजगारी भत्ता मिलने से दवाई और घर के छोटे-बड़े जरूरतों को पूरा करने में मदद मिल रही है। पढ़ाई लिखाई के लिए इंटरनेट जरूरी हैं, ऐसे में यह बेरोजगारी भत्ता काफी सहुलियत साबित हुआ है।
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