श्रीनगर । केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक सुजॉय लाल थाओसेन ने परिचालन तैयारियों का आकलन करने और क्षेत्र में तैनात कर्मियों का मनोबल बढ़ाने के लिए कश्मीर का दौरा किया। सीआरपीएफ के प्रवक्ता ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ महानिदेशक का दक्षिणी कश्मीर में अनंतनाग जिले के एक वन क्षेत्र में आतंकवादी मुठभेड़ के लगभग दो सप्ताह बाद का यह दौरा है, जिसमें सेना के दो अधिकारी, एक पुलिस उपाधीक्षक और एक जवान शहीद हो गए। एक सप्ताह तक चले ऑपरेशन में अधिकारियों की हत्या के पीछे शामिल लश्कर-ए-तैयबा के एक शीर्ष कमांडर सहित दो आतंकवादी भी मारे गये थे।
उन्होंने बताया कि महानिदेशक ने श्रीनगर में रिक्रूट ट्रेनिंग सेंटर (आरटीसी) और दक्षिण कश्मीर में सीआरपीएफ बटालियन का दौरा किया। उनके साथ जम्मू-कश्मीर जोन सीआरपीएफ के अतिरिक्त महानिदेशक नलिन प्रभात, कश्मीर अभियान क्षेत्र के सीआरपीएफ के महानिरीक्षक ज्ञानेंद्र कुमार वर्मा और श्रीनगर क्षेत्रीय सीआरपीएफ के महानिरीक्षक अजय यादव उपस्थित थे।
प्रवक्ता के मुताबिक उच्च पदस्थ अधिकारियों के साथ इस दौरे का उद्देश्य, परिचालन तत्परता का आकलन करना और क्षेत्र में तैनात सीआरपीएफ कर्मियों का मनोबल बढ़ाना है। महानिदेशक ने आरटीसी के प्रशिक्षुओं के साथ बातचीत की तथा प्रशिक्षण और परिचालन तैयारियों में उत्कृष्टता के लिए सीआरपीएफ की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
इसके बाद वह त्राल पुलवामा में 180 बटालियन के लिए रवाना हुए, जहां सीआरपीएफ कर्मियों द्वारा उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।उन्होंने ‘शहीद मुकेश लाल मीना बैरक’ का भी उद्घाटन किया, जो कर्तव्य की पंक्ति में सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर नायकों को एक प्रकार से श्रद्धांजलि है।
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