कोरबा,20 सितंबर। ठगों के द्वारा ठगी के एक से एक तरीके ईजाद किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में एक ठग ने खुद को डॉक्टर होना बताकर इलेक्ट्रानिक दुकान के संचालक को ज्यादा रकम भेजने का मैसेज भेजा और रिटर्न मांग कर 18 हजार रुपए की चपत लगा दिया।
जानकारी के मुताबिक बांकीमोंगरा में आलोक कुमार अग्रवाल की अर्नव इलेक्ट्रानिक नामक दुकान है। 9 सितंबर को शाम करीब 4 बजे वह कुदरीपारा स्थित घर में था कि मोबाइल पर 7200842152 नंबर से फोन कर खुद को डॉ. राजेश बताया और 2 सिलिंग फैन खरीदने की बात कही। इसके एवज में 4 हजार रुपए कीमत फोन-पे पर डालना बताया और पंखा लेने के लिए एक आदमी को दुकान पर भेजने की बात कही।
डॉ. राजेश ने व्यवसायी के फोन-पे नंबर पर 10 रुपए डाला जो चेक करने के बाद 3990 रुपए और भेजना बताया। बात करते-करते 39 हजार 900 रुपए जमा होने का मैसेज व्यवसायी ने अपने मोबाइल पर देखा तब डॉ. राजेश को ज्यादा रुपए भेज देने की जानकारी दी। डॉ. राजेश ने गलती से यह रुपए डालना बताया और कहा कि उसका एक स्टाफ अर्जेंट में दवाई लेने गया है जिसको 18 हजार रुपए की जरूरत है और इसे फोन-पे नंबर 7086956136 में डालने के लिए कहा।
व्यवसायी ने एकाउंट नंबर मांगा और अपने कर्मचारी बसंत पाल के मोबाइल से डॉ. राजेश के उक्त नंबर पर 2 बार में 18 हजार रुपए भेजा। फिर डॉ. राजेश ने बचत रकम को डालने की बात कहकर फोन काट दिया। व्यवसायी ने बाकी राशि को उसके एकाउंट में डालने के लिए अपना एकाउंट ऑनलाइन बैंकिंग में जाकर बैलेेंस चेक किया तो पता चला कि कथित डॉ. राजेश ने कोई रकम नहीं भेजा है। व्यवसायी ने ऑनलाइन ठगी की शिकायत सायबर में किया।
दूसरे दिन डॉ. राजेश का फिर से फोन आया और शिकायत के कारण अपना एकाउंट ब्लाक होने की बात कह कर 18 हजार रुपए वापस लेने व अपने एकाउंट को अनब्लाक कराने का आग्रह किया। व्यवसायी ने सलाह मशविरा के बाद बांकीमोंगरा में रिपोर्ट दर्ज कराया है जिस पर अज्ञात ठग के विरूद्ध धारा 420 भादवि के तहत जुर्म दर्ज किया गया है।
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