Women Reservation Bill : पीएम मोदी ने किया महिला आरक्षण बिल का ऐलान, ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ दिया गया नाम

Women Reservation Bill :  संसद का विशेष सत्र चल रहा है। आज सत्र का दूसरा दिन है। सत्र की कार्यवाही आज से नए संसद भवन में शुरू हो चुकी है। इससे पहले पुरानी संसद में लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसदों का एक साथ फोटो शूट हुआ और फिर पीएम मोदी के साथ सभी सांसद पदयात्रा करते हुए नई संसद पहुंचे।इसमें पीएम मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्य मौजूद रहे।

पीएम मोदी ने दिया ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ नाम

सभी सदस्यों के पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने सभी सदस्यों को संबोधित किया। इस दिन महिला आरक्षण बिल पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, अटल जी के कार्यकाल में कई बार महिला आरक्षण बिल पेश किया गया। लेकिन उसे पार कराने के लिए आंकड़े नहीं जुटा पाए और उसके कारण वह सपना आधूरा रह गया। महिला को अधिकार देने का उनकी शक्ति को आकार देने का काम करने के लिए भगवान ने मुझे चुना है। पीएम मोदी ने महिला आरक्षण को ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ नाम दिया है।

मायावती ने महिला आरक्षण बिल का किया समर्थन

Women Reservation Bill : बसपा प्रमुख मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि उनकी पार्टी महिला आरक्षण बिल के साथ है, लेकिन SC, ST/OBC कोटा सुनिश्चित होना चाहिए। आबादी के हिसाब से 50 प्रतिशत आरक्षण रहे तो अच्छा है। पहले SC, ST और अभी ओबीसी आरक्षण के साथ खिलवाड़ हो रहा है।उम्मीद है इस बार ये बिल पास होगा। मैं केंद्र सरकार द्वारा लाये जा रहे महिला आरक्षण बिल का समर्थन करतीं हूं।

संसद में बोले पीएम मोदी- मिच्छामी दुक्कड़म

पीएम मोदी ने आगे कहा कि यह समय अतीत की हर कड़वाहट को भुलाने का समय है। उन्होंने कहा कि मेरी तरफ से सभी को मिच्छामी दुक्कड़म। उन्होंने कहा,’आज संवत्सरी भी मनाई जाती है, यह एक अद्भुत परंपरा है। आज वह दिन है जब हम ‘मिच्छामी दुक्कड़म’ कहते हैं, इससे हमें किसी ऐसे व्यक्ति से माफी मांगने का मौका मिलता है, जिसे हमने जानबूझकर या अनजाने में ठेस पहुंचाई है। मैं भी कहना चाहता हूं ‘ मिच्छामी दुक्कड़म’, संसद के सभी सदस्यों और देश के लोगों को। बता दें कि जैन धर्म के मुताबिक मिच्छामी का अर्थ क्षमा करने से और दुक्कड़म का अर्थ गलतियों से है। इसका मतलब होता है कि मेरे द्वारा जाने-अनजाने में की गई गतलियों के लिए मुझे क्षमा करें।