बिलासपुर,15 सितम्बर । बिलासपुर में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन और डीएमके नेता ए राजा के बयान को लेकर गुरुवार देर शाम विरोध किया गया। हिंदू संगठनों ने दोनों नेताओं की तस्वीरों का पांव-दान बनाकर शिव मंदिर के सामने रख दिया। जिसके बाद उसे हर कोई अपने पैरों से कुचलता रहा। सनातन धर्म को लेकर आपत्तिजनक बयान देने वाले नेताओं का इसी तरह से विरोध करने का ऐलान भी किया गया है।
विद्या नगर शिव मंदिर में चल रहे इस प्रदर्शन को लेकर वंदे मातरम मित्र मंडल एवं समस्त सनातनी हिंदू समाज के लोग इसमें सनातन धर्मियों को आमंत्रित कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस पुण्य कार्य के भागीदार बनने के लिए शिव मंदिर में दर्शन करने आप भी आ सकते हैं। जिसमें सनातन धर्म को गाली देने वाले नेताओं को पैरों से कुचल कर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
दूसरे मंदिरों में भी होगा प्रदर्शन
वंदे मातरम मित्र मंडल एवं समस्त सनातनी हिंदू समाज के लोगों ने कहा है कि शुक्रवार से यह विरोध प्रदर्शन शहर के और भी मंदिरों में होगा। इसमें सभी सनातनी हिंदू समाज के लोगों को शामिल होकर प्रदर्शन में सहभागी बनने के लिए कहा गया है। समाज के युवा राजा पंडित ने कहा कि यह कोई राजनीतिक आयोजन या कोई पब्लिसिटी स्टंट भी नहीं है। सनातन समाज को गाली देने वालों का विरोध करने का तरीका है।
दरअसल, डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने ‘समानता एवं सामाजिक न्याय’ के खिलाफ बताते हुए कहा कि इसका उन्मूलन यानी खत्म किया जाना चाहिए। उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया, और डेंगू वायरस एवं मच्छरों से होने वाले बुखार से करते हुए कहा था कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं करना चाहिए, बल्कि इन्हें समाप्त कर देना चाहिए। उनके इस बयान के बाद देश भर में हिंदू संगठन के लोग विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।
डीएमके नेता ए राजा ने भी बताया विश्व के लिए खतरा
उदयनिधि स्टाइल के विवादित बयान को लेकर प्रतिरोध और बवाल अभी चल ही रहा था। वहीं, डीएमके के नेता ए राजा ने सनातन धर्म को भारत ही नहीं बल्कि, पूरी दुनिया के लिए खतरा बताया है। ए राजा ने भी कहा कि जाति नाम की वैश्विक बीमारी पूरी दुनिया में फैली है उसकी वजह भारत है। इन दोनों नेताओं के बयान के बाद देश भर में बवाल मचा है।
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