छत्तीसगढ़ में मतदाताओं की संख्या दो करोड़ पार

रायपुर, 13 सितम्बर। छत्तीसगढ़ में पहली बार मतदाताओं की संख्या दो करोड़ पार हो चुकी है। मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम के बाद छत्तीसगढ़ में मतदाताओं ने नया रिकार्ड बनाया है। निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, 24 अगस्त तक प्रदेश में 1.97 करोड़ मतदाता थे, जिसके बाद निर्वाचन कार्यालय में आठ लाख से अधिक आवेदनों पर कार्यवाही जारी थी। इनमें से चार लाख से अधिक आवेदन नए मतदाता बनने के लिए किया गया था, बाकी नाम संशोधन, स्थान परिवर्तन आदि आवेदन थे। अब प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 2.02 करोड़ हो चुकी है। अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन चार अक्टूबर को किया जाएगा।

निर्वाचन कार्यालय की ओर से प्रदेशभर में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में पुरुषों के मुकाबले महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है। छत्तीसगढ़ में मतदाताओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए अब बीएलओ के माध्यम से नहीं, बल्कि आनलाइन आवेदन करना होगा।

 उल्लेखनीय है कि मतदाता सूची पुनरीक्षण की अंतिम तिथि 31 अगस्त तय की गई थी। राजनीतिक दलों की मांग के बाद इसे 11 सितंबर तक आगे बढ़ाया गया था। अधिकारियों का कहना है कि अभी भी चार अक्टूबर के पहले मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए आनलाइन आवेदन किया जा सकता है।

100 वर्ष से अधिक 2,948 मतदाता


प्रदेश में 100 वर्ष से अधिक मतदाताओं की संख्या 2,948 हैं। वहीं, विधानसभा के इस चुनावी महासमर में 80 वर्ष से अधिक उम्र वाले दो लाख से अधिक मतदाता, मतदान करेगे। सर्विस मतदाताओं की संख्या 19,854 है। वरिष्ठ नागरिकों को मतदान केंद्र तक पहुंचाने के लिए आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश निर्वाचन कार्यालय ने दिए हैं। उन्हें घर बैठे मतदान की भी सुविधा दी गई है।



पुरुषों से ज्यादा महिला मतदाता


प्रदेश में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक है। निर्वाचन अधिकारियों के अनुसार, लिंगानुपात 1,003 से बढ़कर 1,005 हो चुका है। भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ में महिला मतदाताओं की जागरूकता की प्रशंसा कर चुके हैं। बस्तर सहित आदिवासी जिलों की स्थिति पर गौर करें तो यहां भी नए मतदाताओं की संख्या में रिकार्ड वृद्धि हुई है।