पुष्पेंद्र श्रीवास,कोरबा,24 मई 2025 (वेदांत समाचार)। जिले हसदेव दर्री बराज से निकली बांयी तट नहर की टूटी लाइनिंग की मरम्मत अब बारिश के बाद ही होगी। खरीफ सिंचाई के लिए पानी देने के लिए जहां पर नहर की लाइनिंग सबसे अधिक खराब है, वहां पर रेत की बोरी भरा जाएगा। इसके लिए अनुमति मांगी जा रही है।
नहर की लाइनिंग की स्थिति
नहर की लाइनिंग 4 से 18 किलोमीटर के बीच सबसे अधिक खराब है। लाइनिंग खराब होने से पानी के तेज बहाव में मिट्टी बह जाता है, जिससे नहर फूटने का खतरा बना हुआ है। रबी फसल की सिंचाई के लिए पानी देते समय राताखार के पास नहर में लीकेज हो गया था। इसी तरह की समस्या इमलीडुग्गू और सीतामढ़ी क्षेत्र में भी है।
मरम्मत के लिए टेंडर
मरम्मत के लिए 23 करोड़ का तीन टेंडर जारी किया गया था। इसमें से एक ठेकेदार ने ही अनुबंध किया, लेकिन काम करने से इनकार कर दिया। दो ठेकेदारों ने तो अनुबंध ही नहीं किया है।
अस्थाई मरम्मत
अब अस्थाई रूप से मरम्मत के लिए रेत की बोरी भरा जाएगा। इससे पानी के तेज बहाव में फूटने का खतरा कम हो जाता है। इसके पहले भी 2 साल से सिंचाई विभाग के अधिकारी रेत और मिट्टी की बोरी से मरम्मत कर काम चला रहे थे।
अधिकारी का बयान
हसदेव दर्री बराज के एसडीओ पीके टोप्पो का कहना है कि इसके लिए इस्टीमेट बनाकर अनुमति ले रहे हैं।