Bilaspur News :पर्व के दौरान पावर डीजे प्रतिबंधित

बिलासपुर,06 सितम्बर  कलेक्टर संजीव कुमार झा व पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह की मौजूदगी में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आज यहां जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में हुई। इस अवसर पर महापौर रामशरण यादव विशेष रूप से मौजूद थे। बैठक में 7 सितम्बर को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, 19 सितम्बर को गणेश चतुर्थी व 28 सितम्बर को मिलाद-उन-नबी व अनंत चतुर्दशी (गणेश विसर्जन) पर्व आपसी तालमेल एवं भाईचारे की भावना के साथ सौहार्द्रपूर्ण माहौल में मनाने का निर्णय लिया गया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इन पर्वाें के दौरान पावर डीजे प्रतिबंधित रहेगा।

इस दौरान कानून व्यवस्था बनाये रखने, कृष्ण जन्माष्टमी त्यौहार मनाने, गणेश चतुर्थी के लिए पंडाल, स्वागत, विसर्जन, मिलाद-उन-नबी पर्व के दौरान आवश्यक प्रशासनिक व्यवस्था के संबंध में विचार विमर्श किया गया। महापौर रामशरण यादव ने सभी से शांतिपूर्ण तरीके से आपसी भाईचारे से त्यौहार मनाने की अपील की। कलेक्टर ने शांति समिति के सदस्यों और समाज प्रमुखों से अपील करते हुए कहा कि शहर की गौरवशाली परम्परा की तरह इस बार भी आपसी समन्वय और भाईचारे की भावना के साथ पर्व मनाएं। उन्होंने कहा कि धार्मिक सद्भावना कायम रहे इसके लिए सभी को एकदूसरे के धर्म और आस्था का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह के भ्रामक सूचनाओं के प्रचार प्रसार से बचना चाहिए। ऐसे लोगों पर खुद भी नजर रखें और इसकी जानकारी पुलिस प्रशासन को तत्काल देवें। बैठक में गणेश विसर्जन के लिए स्थल निर्धारित करने की भी मांग की गई।

इस अवसर पर कलेक्टर ने पर्व के पूर्व सभी थाना क्षेत्रों में शांति समिति की बैठक आयोजित करने के निर्देश भी दिए और बिजली, पानी सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने कहा। पुलिस, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, बिजली विभाग को जिम्मेदारी सौंपते हुए सजग रहने के निर्देश दिए गये। सभी धार्मिक व समाज प्रमुखों ने शांतिपूर्ण तरीके से सभी का सम्मान करते हुए समारोह आयोजन करने का भरोसा दिलाया। विशेषकर शहर में यातायात बाधित न हो, इसका ध्यान रखा जाएगा। बैठक में नगर निगम कमिश्नर कुणाल दुदावत, एडीएम आरए कुरूवंशी, अपर कलेक्टर शिवकुमार बनर्जी, एडीशनल एसपी राजेन्द्र जायसवाल, सिटी मजिस्ट्रेट एसएस दुबे, शांति समिति के सदस्य शेख नजरूद्दीन, वीरेन्द्र गहवई, हबीब मेमन, सुधीर खण्डेलवाल सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी व शांति समिति के सदस्य उपस्थित थे।