Vijay Deverakonda ने किया 100 परिवारों को एक करोड़ देने का एलान, फ्लॉप फिल्म के निर्माता ने की ये मांग

Vijay Deverakonda Distribute 1 Crore: विजय देवरकोंडा और सामंथा रुथ प्रभु की फिल्म ‘कुशी’ इस महीने की शुरुआत में ही सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। तेलुगु भाषा में बनी इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर सफलता के साथ-साथ दर्शकों का भी बहुत प्यार मिल रहा है।

अपनी फिल्म ‘कुशी’ को मिल रहे प्यार के बाद साउथ सुपरस्टार विजय देवरकोंडा ने हाल ही में एक इवेंट में ये घोषणा की थी कि वह 100 परिवारों में 1 करोड़ रुपए डिस्ट्रीब्यूट करेंगे। लेकिन इस बीच ही अब उनकी तीन साल पहले आई फिल्म ‘वर्ल्डफेमस लवर’ के निर्माता और वितरक ने विजय को सोशल मीडिया पर ओपन लेटर लिखा है और साथ ही उनसे मांग भी की है।

फिल्म निर्माता ने विजय देवरकोंडा को लिखा ओपन लेटर

World Famous Lover के डिस्ट्रीब्यूटर अभिषेक नामा ने विजय देवरकोंडा के 1 करोड़ के डिस्ट्रीब्यूशन करने के फैसले पर अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट अभिषेक पिक्चर से ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा,

डियर विजय देवरकोंडा, वर्ल्ड फेमस लवर फिल्म के डिस्ट्रीब्यूशन में हमारे 8 करोड़ का नुकसान हुआ, लेकिन किसी ने भी उस पर रिस्पॉन्स नहीं किया। अब आप अपनी दरियादिली दिखाते हुए परिवारों में 1 करोड़ रुपए बांट रहे हैं, हम आपसे ये गुजारिश और उम्मीद करते हैं कि आप हमारे एग्जिबिटर और डिस्ट्रीब्यूटर के परिवारों को भी सुरक्षित करें। आपका धन्यवाद

डिस्ट्रीब्यूटर अभिषेक नामा ने विजय देवरकोंडा पर लगाया था आरोप

आपको बता दें कि जिस समय पर विजय देवरकोंडा की फिल्म लाइगर आई थी, उस दौरान वर्ल्ड फेमस लवर के डिस्ट्रीब्यूटर अभिषेक नामा ने विजय देवरकोंडा पर अनप्रोफेशनल होने का आरोप लगाया था। अभिषेक नामा ने कहा था कि उनका वर्ल्डफेमस लवर में 8 करोड़ का नुकसान हुआ है।

उन्होंने ये भी कहा था कि उन्होंने विजय देवरकोंडा के लोगों को उनके साथ फिल्म करने के लिए अप्रोच किया था, जिसके लिए वह एक्टर को जो भी फीस हो देने के लिए तैयार थे, ताकि वह अपने नुकसान की भरपाई कर सके। लेकिन उन्होंने कहा था कि वह तेलुगु प्रोड्यूसर के लिए नहीं, सिर्फ हिंदी प्रोड्यूसर्स के लिए काम करते हैं।

ये उस समय की बात है, जब लाइगर रिलीज हुई थी। अभिषेक नामा ने विजय देवरकोंडा की फिल्म ‘वर्ल्ड फेमस लवर’ के आंध्र राइट्स खरीदे थे। लेकिन साल 2020 में आई ये फिल्म फ्लॉप रही, जिससे डिस्ट्रीब्यूटर का करोड़ों का नुकसान हुआ।