मोर जचकी मोर गाड़ी के माध्यम से हर गर्भवती महिलाओं की अस्पताल जाने की राह होगी और आसान

गरियाबंद,04 सितम्बर । कलेक्टर छिकारा ने आमजन की सुविधा व विकास के लिए लगातार नवाचार करते आ रहे हैं। आज उन्होंने जिला चिकित्सालय परिसर से ‘‘मोर जचकी मोर गाड़ी’’ की शुरुवात की है। इसके तहत आज पहले दिन 12 निजी वाहनों को कलेक्टर की मौजूदगी में सीएमएचओ डॉ. के.सी. उराव ने ‘‘मोर जचकी मोर गाड़ी’’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है।

कलेक्टर छिकारा ने बताया कि प्रथम चरण में गरियाबंद और मैनपुर क्षेत्र को शामिल किया गया है। इसके तहत गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए तत्काल गाड़ी उपलब्ध कराया जाएगा। हाई रिस्क श्रेणी के डिलवरी में एंबुलेंस कॉलिंग पर गर्भवती महिला के घर तक जाने में किसी कारणवश व्यस्त होने पर समय लग जाता था। इस परिस्थिति में एक-एक मिनट का समय किमती होता है। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान में गर्भवती माताओं का शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव उपलब्ध हो सके। इसके लिए वाहन मालिकों के लिए इस सेवा के बदले प्रोत्साहन राशि भी निर्धारित किया है। ‘‘मोर जचकी मोर गाड़ी’’ के दूसरे चरण में दुरुस्त ब्लॉक देवभोग और छुरा को शामिल किया जाएगा।

’’मोर जचकी मोर गाड़ी’’ के माध्यम से हर गर्भवती महिलाओं के लिए अस्पताल जाने की राह और आसान हो जायेगी। इसके लिए जिले के वाहन मालिकों ने आगे बढ़कर वर्तमान में 12 गाड़ियों की सहमति दी है। ’’मोर जचकी मोर गाड़ी’’ में गर्भवती माताओं को घर से अस्पताल ले जाने के लिए जिले के सभी मितानिनों स्वास्थ्य केन्द्रों व जिला चिकित्सालय में उनका संपर्क नम्बर उपलब्ध कराया गया है। इस गाड़ी के माध्यम से गर्भवती माताओं को तत्काल सुरक्षित तरीके से अस्पताल लाया जाएगा। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीता यादव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.सी उरांव, सिविल सर्जन डॉ देवेन्द्र नाग, डीपीएम सोनल ध्रुव उपस्थित थे।