जया वर्मा सिन्हा को रेलवे बोर्ड की पहली महिला CEO और अध्यक्ष किया गया नियुक्त, जानें इनके बारे में…

ई दिल्लीः केंद्र सरकार ने जया वर्मा सिन्हा को रेलवे बोर्ड की पहली महिला सीईओ और अध्यक्ष नियुक्त किया है। अनिल कुमार लाहोटी का कार्यकाल पूरा हो रहा है। कोरमंडल एक्सप्रेस हादसे के वक्त सिन्हा ने घटनाक्रम पर जानकारी दी थी।

भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा (आईआरएमएस) की सदस्य जया वर्मा सिन्हा कई कारनामा किया है। सिन्हा, जो पहले रेलवे बोर्ड में सदस्य (संचालन और व्यवसाय विकास) का पद संभाल चुकी थीं, अब देश के सबसे महत्वपूर्ण परिवहन संस्थानों में से एक का नेतृत्व करने वाली पहली महिला हैं।

रेल मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इसकी घोषणा की। कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने जया वर्मा सिन्हा भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा (आईआरएमएस), सदस्य (संचालन और व्यवसाय विकास), रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।

रेलवे बोर्ड, राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर के लिए निर्णय लेने वाली शीर्ष संस्था है। जया वर्मा ने रेलवे बोर्ड की सदस्य (संचालन और व्यवसाय विकास) के रूप में हाल में ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना के बाद जटिल सिग्नल प्रणाली के बारे में मीडिया को बताया था। इस हादसे में लगभग 300 लोगों की मौत हो गई थी।

एक आदेश में कहा गया है, ”कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने जया वर्मा सिन्हा, सदस्य (संचालन और व्यवसाय विकास), को रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।” वह एक सितंबर या उसके बाद कार्यभार संभालेंगी और उनका कार्यकाल 31 अगस्त, 2024 तक होगा। सिन्हा एक अक्टूबर को सेवानिवृत्त होने वाली हैं, लेकिन उनका कार्यकाल समाप्त होने पर इसे पुन: बढ़ाया जाएगा।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्र सिन्हा 1988 में भारतीय रेलवे यातायात सेवा में शामिल हुईं और उत्तर रेलवे, दक्षिण-पूर्व रेलवे और पूर्वी रेलवे में काम किया। उन्होंने चार वर्षों तक बांग्लादेश के ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग में रेलवे सलाहकार के रूप में भी काम किया। बांग्लादेश में उनके कार्यकाल के दौरान ही कोलकाता से ढाका तक चलने वाली मैत्री एक्सप्रेस का उद्घाटन किया गया था।

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