हार जीत की परवाह किए बगैर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना ही सच्ची खेल भावना- डॉ. प्रशांत

कोरबा, 29 अगस्त । हाकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद की जन्मजयंती राष्ट्रीय खेल दिवस पर उन्हें नमन करते हुए कमला नेहरू महाविद्यालय में रस्साकसी खेल का आयोजन किया गया जिसमे छात्र-छात्राओं, सहायक प्राध्यापकों तथा कर्मचारियों ने सौहाद्र भावना का परिचय देते हुए गरिमा के साथ खेल में अपनी सहभागिता दी।


राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संगठक वाय के तिवारी के संयोजन में आयोजित ग्रामीण खेल रस्साकसी में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रशांत बोपापुरकर ने स्वयं आगे बढ़कर अपनी टीम का नेतृत्व किया। दूसरी टीम का नेतृत्व राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी गोविंद माधव उपाध्याय कर रहे थे। तीन राउंड चले खेल में प्राचार्य की टीम ने 02 – 01 से जीत हासिल करते हुए लगातार दूसरी बार विजेता बने। इस अवसर पर स्वयंसवकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हार जीत की परवाह किये बगैर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना ही सच्ची खेल भावना है प्रत्येक खिलाड़ी जोश व उत्साह को बनाए रखकर टीम भावना के साथ खेलेगा तो सकारात्मक परिणाम अवश्य प्राप्त करेगा।


राष्ट्रीय खेल दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक श्री टी व्ही नरसिम्हम, डॉ सुनील तिवारी, अनिल राठौर, सुमित बनर्जी, सुरेंद्र कुमार टंडन, हेमंत रजक, सुन्दर सिंह कंवर, जिया लाल पटेल, मिहिर सिंह राजपूत, चमन पटेल, शनीराव जगताप, रवि शंकर साहू, काजल कर्ष, देवांश कुमार, रोहित कुमार आदि के अलावा बड़ी संख्या में छात्र छात्राओं ने भाग लिया।