खालिस्तानी आतंकी व गैंगस्टर लारेंस विश्नोई गैंग के पांच गुर्गे गिरफ्तार

इंदौर। पुलिस ने पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जो खालिस्तानी आतंकवादी और गैंगस्टर लारेंस विश्नोई गैंग से जुड़े हैं। आरोपित शहर के अलग-अलग इलाकों में लूट-चोरी और डकैती की घटनाओं को अंजाम देने आए थे। गिरोह का मुखिया राजेंद्र सिकलीगर 18 कट्टे-पिस्टल के साथ दो वर्ष पहले दिल्ली में स्पेशल सेल के हत्थे चढ़ चुका है। वह सेंधवा और दिल्ली में भी चोरी की वारदातें कर चुका है।

डीसीपी जोन-4 आरके सिंह के मुताबिक, 13 अगस्त को भवानीपुर, मधुबन और लोकमान्य नगर में चोरी हुई थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से कड़ियां जोड़ीं और गुरुवार को आरोपितों राजेंद्र सिकलीगर, बंटी, राजू उर्फ राजेश, बलवंत और बादल को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह का मुखिया बड़वानी का राजेंद्र है। वह सेंधवा, बड़वानी से हथियार खरीद कर पंजाब, हरियाणा, उप्र, दिल्ली में माफिया को सप्लाई करता है। दो वर्ष पूर्व स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव ने राजेंद्र को 18 पिस्टल और कट्टे के साथ पकड़ा था।

सेंधवा व बड़वानी से हथियार खरीदकर पंजाब, हरियाणा, उप्र, दिल्ली में करता है सप्लाई
पुलिस के मुताबिक, राजेंद्र ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह खालिस्तानी आतंकवादियों को हथियारों की सप्लाई करता है। उसके द्वारा बेचे हथियार गायक सिद्धू मूसावाला की हत्या के मास्टर माइंड लारेंस विश्नोई भी उपयोग करता है। राजेंद्र इन अपराधियों से इंटरनेट मीडिया के माध्यम से संपर्क करता है।

फर्जी नंबर की कार से आए थे, फास्टैग से पकड़े गए बदमाश

एडीसीपी जोन-4 अभिनय विश्वकर्मा के मुताबिक, आरोपित वारदात के लिए उज्जैन पासिंग कार लेकर आए थे। फुटेज के आधार पर छानबीन की तो उसका नंबर फर्जी निकला। पुलिस ने फुटेज से कड़ियां जोड़ी और टोलनाकों के सीसीटीवी फुटेज निकाले। कार पर फास्टैग लगा हुआ था। टोल टैक्स से जानकारी निकाली और पुलिसकर्मी फास्टैग से लिंक खाते तक पहुंच गए। खाता तो खंडवा का था लेकिन कार सेंधवा में पाई गई। पुलिस ने सबसे पहले राजेंद्र को ही हिरासत में लिया।

ताला चाबी बनाने की आड़ में सूने घरों की करते रैकी
पुलिस के मुताबिक, राजेंद्र ने पूछताछ में बताया उसका साला बलवंत हवा बंगला, इंदौर में रहता है। वह ताला चाबी बनाने की आड़ में दिन में सूने घरों की रैकी करता है। राजेंद्र ताऊ के बेटे बादल व अन्य सदस्यों के साथ वारदात करता है। आरोपितों ने बताया अन्नपूर्णा, राजेंद्र नगर, कनाड़िया थाना क्षेत्र सहित आठ स्थानों पर चोरी कर चुके हैं। चोरी का सोना सेंधवा में सुनार को बेचा जाता था। पुलिस के मुताबिक, आरोपितों से हथियारों के संबंध में पूछताछ चल रही है। यह अंतरराज्यीय गैंग है, जो अलग-अलग राज्यों में वारदात करता है। दिल्ली, सेंधवा में चोरी और हथियार तस्करी के केस मिल चुके हैं।