मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले दल-बदल का खेल जारी है। राजनेता अपनी महत्वाकांक्षा पूरी करने के लिए दल बदल रहे हैं। इसी क्रम में सतना जिले के रैगांव विधानसभा सीट से 5 बार विधायक रह चुके पूर्व मंत्री जुगल किशोर बागरी के बेटे और बहू ने कमलनाथ के सामने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली।
कमलनाथ की मौजूदगी में थामा पार्टी का दामन
दरअसल, सतना जिले के रैगांव विधानसभा क्षेत्र से नाता रखने वाले देवराज बागरी और उनकी पत्नी वंदना बागरी ने भोपाल में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में पार्टी का दामन थाम लिया। देवराज और वंदना दोनो ही सतना जिला पंचायत के सदस्य रह चुके हैं। रैगांव में हुए उपचुनाव में बागरी दंपत्ति ने भाजपा की ओर से टिकट की दावेदारी की थी। मगर, उन्हें असफलता हाथ लगी थी। लिहाजा, उन्होंने पार्टी की अधिकृत उम्मीदवार प्रतिमा बागरी का खुलकर विरोध किया था।
वर्तमान में रैगांव विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की विधायक कल्पना वर्मा हैं। आशंका इस बात की भी जताई जा रही है कहीं बागरी दंपति को कांग्रेस की ओर से टिकट का भरोसा तो नहीं दिलाया गया है।
‘बीजेपी में बुरी तरह से मची हुई है भगदड़’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव का कहना है कि प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से बड़ी संख्या में भाजपा के लोग कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं। निवाड़ी, छतरपुर, टीकमगढ़, दतिया, शिवपुरी आदि स्थानों से कई भाजपा नेता कांग्रेस में शामिल हुए हैं। भाजपा में बुरी तरह से भगदड़ मची हुई है। इस भगदड़ का नतीजा है कि सरकार मंत्रिमंडल का विस्तार करना चाहती है।
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