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पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर राहुल गांधी ने किया इमोशनल पोस्ट, कहा- पापा आपकी यादें…

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नई दिल्ली,21 मई 2025: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने पिता और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 34वीं पुण्यतिथि पर उन्हें याद किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट साझा की, जिसमें उनके साथ बिताए पलों की यादें शामिल थीं। राहुल ने अपने पिता की समाधि स्थल की तस्वीर के साथ एक पुरानी तस्वीर भी पोस्ट की।

राहुल गांधी ने किया इमोशनल पोस्ट

राहुल गांधी ने अपने पिता राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया पर एक इमोशनल कर देने वाला पोस्ट लिखा. इस पोस्ट में राहुल गांधी ने लिखा – “पापा, आपकी यादें हर कदम पर मेरा मार्गदर्शन करती हैं। आपके अधूरे सपनों को साकार करना ही मेरा संकल्प है – और मैं इन्हें पूरा करके रहूंगा।”

कांग्रेस अध्यक्ष और अन्य नेताओं ने अर्पित की श्रद्धांजलि

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी राजीव गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी। वे राहुल गांधी के साथ नई दिल्ली में राजीव गांधी के समाधि स्थल वीर भूमि पहुंचे। इस दौरान पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। नेताओं ने राजीव गांधी के योगदान को याद करते हुए उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी किया याद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर याद किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और राजीव गांधी के देश के लिए किए गए कार्यों को सराहा।

राजीव गांधी भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री

राजीव गांधी ने मात्र 40 वर्ष की आयु में भारत के प्रधानमंत्री का पद संभाला था। वे 31 अक्टूबर 1984 से 2 दिसंबर 1989 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। मूल रूप से एक पायलट के रूप में अपना करियर शुरू करने वाले राजीव गांधी अपनी मां और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1984 में राजनीति में आए और देश के प्रधानमंत्री बने। उन्हें भारत में कंप्यूटर क्रांति का जनक माना जाता है, क्योंकि उनके कार्यकाल में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति हुई।

आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में भी मनाया जाता है यह दिन

21 मई का दिन न केवल राजीव गांधी की पुण्यतिथि के रूप में, बल्कि आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। 21 मई 1991 को तमिलनाडु में एक चुनावी रैली के दौरान उनकी हत्या कर दी गई थी।

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