कोरबा/करतला , 18 अगस्त। सरगबुंदिया कोल साइडिंग और कोल परिवहन को बंद करने की शिकायत पर कोरबा कलेक्टर सौरभ कुमार द्वारा तुरंत संज्ञान लिया गया। कल हुए शिकायत पर आज कोरबा की माइनिंग की टीम कोल साइडिंग का निरीक्षण करने पहुंची।
निरीक्षण के लिए आये माइनिंग इंस्पेक्टर खिलावन कुलारे की टीम ने मौके पर ट्रैन के तीन रेक से भी ज्यादा कोयला डंप किया हुआ पाया। कोल साइडिंग में कोयला लोड करने के लिए आई हाईवा, ट्रेलर, ट्रक के ड्राइवर निरीक्षण टीम को देखकर बिना कोयला लोड किये भागते नजर आई। कुछ गाड़ियों को रोककर उनके ड्राइवर से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हम कोल साइडिंग सरगबुंदिया से गाड़ी में कोयला लोड करके कोथारी के साइडिंग में डंप करते हैं। ड्राइवरों द्वारा जो रॉयल्टी दिखाया गया उसमें 20 टन लिखा हुआ पाया गया जबकि गाड़ियों में लगभग 40 टन कोयला ले जाना बताया गया। रॉयल्टी मध्यप्रदेश के किसी कंपनी के नाम पर जारी किया गया है जबकि कोयला कोथारी साइडिंग में डम्प किया जा रहा है। रॉयल्टी में कई सारे दिनांक अंकित हैं इसका मतलब एक ही रायल्टी में कई बार कोल परिवहन किया जाता है
गाड़ी के ड्राइवरों से अभी खाली गाड़ी वापस ले जाने के संबंध में पूछने पर उनका कहना था कि हमारे मालिक का फोन आया कि आज सरगबुंदिया कोल साइडिंग में माइनिंग की टीम आई है तो आज कोयला लोड मत करना, खाली गाड़ी लेकर वापस आ जाओ। ड्राइवरों के उक्त बयान से स्पष्ट होता है कि सरगबुंदिया कोल साइडिंग से कोयला हाईवा, ट्रेलर और ट्रकों में चोरी कर भेजा जाता है।
माइनिंग की टीम द्वारा साइडिंग के आसपास का निरीक्षण करने पर पाया गया कि साइडिंग के तीन चार सौ मीटर के अंदर दो निजी विद्यालय,दो शासकीय विद्यालय, एक शासकीय महाविद्यालय, दो बैंक के अलावा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और बस्ती लगे हुए हैं। जिस मार्ग से कोयला का परिवहन होता है वह व्यस्ततम मार्ग है जिस पर आवासीय घर, बैंक और बहुत सारी दुकानें हैं। उक्त मार्ग जिस पर कोल परिवहन होता है उस मार्ग में भारी वाहन प्रतिबंधित है। माइनिंग टीम द्वारा ग्रामीणों की उपस्थिति में निरीक्षण कर पंचनामा तैयार किया गया।
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