कोरबा जिले में खनिज संस्थान न्यास राशि के 9 महीने से चक्कर काट रहे सरपंच,पूर्व विधायक श्यामलाल कंवर ने जिले के प्रभारी मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया से गुहार लगाई

कोरबा,18 अगस्त। कोरबा जिले में खनिज संस्थान न्यास से स्वीकृत कार्य पूर्ण कराने के बाद अंतिम किश्त की राशि के लिए सरपंचों को पिछले 9 महीने से भी ज्यादा समय से घुमाया जा रहा है। चक्कर काट कर थक चुके इन सरपंचों की तरफ से रामपुर क्षेत्र के पूर्व विधायक श्यामलाल कंवर ने जिले के प्रभारी मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया से गुहार लगाई है।

उन्होंने कहा है कि अधिकारियों की इस तरह की कार्यशैली और विलंब के कारण पंचायत प्रतिनिधियों के मध्य निराशा का भाव है और कहीं ना कहीं अप्रत्यक्ष रूप से सरकार की छवि भी खराब हो रही है अपने पत्र में श्री कंवर ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार जनहित के विकास कार्यों को प्रमुखता से संपन्न करा रही है। इन कार्यों में पंचायत प्रतिनिधियों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है जो गांव गांव में शासन की मंशा अनुरूप विकास कार्यों को करा रहे हैं। किंतु दुर्भाग्य जनक यह है कि कोरबा जिला में जिला खनिज न्यास मद से स्वीकृत जो कार्य पूर्ण हो चुके हैं, उनकी अंतिम किस्त की राशि के लिए बेवजह विलंब किया जा रहा है।

परियोजना स्तर पर विलंब के कारण पंचायत प्रतिनिधियों/सरपंचों को भारी दिक्कत हो रही है और आर्थिक क्षति का भी शिकार हो रहे हैं। विगत 9 महीने से अंतिम किस्त का भुगतान अनावश्यक लंबित रखा जाना समझ से परे है। साथ ही इस तरह की कार्यशैली से कहीं न कहीं मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल सरकार के प्रति निराशा और गलत छवि का भाव उत्पन्न होता है।

आपको अवगत कराना चाहूंगा कि जिला खनिज न्यास निधि से कोरबा जिले के जनपद पंचायत कोरबा के अंतर्गत आने वाले ग्राम कटबितला, पहंदा, फूलसरी, बरपाली, लबेद, पसरखेत, गुरमा, पताढ़ी, जामबहार एवं बेला गौठान ग्राम में आजीविका गतिविधियों हेतु चरवाहा कक्ष सह शेड निर्माण का कार्य स्वीकृत किया गया। उक्त कार्य को ग्राम सरपंचों के द्वारा प्रथम अग्रिम किश्त की राशि प्राप्त कर एवं अपने माध्यम से कार्य कराते हुए पूर्ण करा लिया गया है।

उपरोक्त कार्य के पूर्ण होने के पश्चात अंतिम किश्त की राशि का भुगतान हेतु जनपद पंचायत कार्यालय से मुख्य कार्यपालन अधिकारी के द्वारा बिल जिला खनिज न्यास परियोजना समन्वयक को 31 अक्टूबर 2022 को प्रेषित किया जा चुका है।इसी प्रकार जिला खनिज न्यास निधि से ग्राम पंचायत सोलवा के गौठान में वर्मी कम्पोस्ट, वर्मी किट निर्माण का भी कार्य पूर्ण होने के पश्चात उक्त कार्य का अंतिम किश्त की राशि हेतु 6 अप्रैल 2023 को भेजा गया है।बड़े ही खेद का विषय है कि कार्य पूर्ण होने के पश्चात अंतिम किश्त की राशि हेतु लिखे गए पत्र के 9 माह एवं 4 माह बीत जाने के बाद भी उक्त राशि प्रदाय नहीं की जा सकी है। ऐसे हालातों में छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में कार्य करने के प्रति उत्साह में कमी होना लाजिमी है।

आग्रह है कि उक्त संबंध में जिला खनिज न्यास के अध्यक्ष सह कलेक्टर, परियोजना प्रभारी को निर्देश जारी करने का कष्ट करेंगे ताकि अंतिम किश्त की राशि अविलंब सरपंचों को प्रदाय की जा सके। अब देखना है कि पूर्व विधायक श्यामलाल कंवर के इस आग्रह पर किस तरह की कार्रवाई होती है और लंबित भुगतान कब तक सरपंचों को जारी किया जा सकेगा? डीएमएफ को लेकर कोरबा लगातार चर्चाओं में रहा है। चारे वो भ्रष्टाचार को लेकर हो या विलंब से भुगतान को लेकर।

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