धान की परंपरागत किस्मों के संरक्षण एवं सुधार हेतु कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक सम्मानित

रायपुर,18 अगस्त ।  इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के आनुवंशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग में कार्यरत डॉ. दीपक शर्मा, डॉ. परमेश्वर साहू एवं भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र, मुम्बई के डॉ. बी.के. दास को संयुक्त रूप से पादप आनुवंशिक संसाधनों के कुशल उपयोग हेतु प्रतिष्ठित ‘‘डॉ. एस.के. वसल पुरस्कार – 2023’’ से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान इंडियन सोसायटी ऑफ प्लान्ट जेनेटीक रिसोर्सेज, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद एवं नेशनल ब्यूरो प्लान्ट जेनेटिक रिसोर्सेज, नई दिल्ली के द्वारा प्रदान किया गया है।

सम्मान समारोह में डॉ. हिमांशु पाठक, सचिव परमाणु ऊर्जा विभाग, भारत सरकार एवं महानिदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली, डॉ. आर.आर. परोदा, पूर्व महानिदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद एवं अध्यक्ष, इंडियन सोसायटी ऑफ प्लान्ट जेनेटीक रिसोर्सेज, नई दिल्ली, डॉ. जी.पी. सिंह, निदेशक, राष्ट्रीय पादप आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली, डॉ. आर.सी. अग्रवाल, उप महानिदेशक (शैक्षणिक), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि डॉ. दीपक शर्मा एवं उनकी टीम को यह पुरस्कार धान की परंपरागत देशी किस्मों में विकिरण आधारित उत्परिवर्तन विधि द्वारा सुधार करने, देशी किस्मों के संरक्षण, पंजीकरण, जीराफूल एवं नगरी दुबराज चावल को जी.आई. टैग दिलाने एवं कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए एक लाख रूपये नगद, प्रमाण पत्र एवं मोमेन्टो प्रदान कर सम्मानित किया गया। डॉ. शर्मा वर्तमान में आनुवंशिक एवं पादप प्रजनन विभाग के विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं तथा धान अनुंसधान के क्षेत्र में विगत 15 वर्षां से निरंतर कार्य कर रहे हैं। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने डॉ. शर्मा और डॉ. साहू को इस उपलब्धि के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

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