Benefits of Cycling: टेक्नोलॉजी की बढ़ते विकास के चलते बच्चे आउटडोर गेम्स से दूर होते जा रहे हैं। डिजिटलीकरण के जहां अपने कुछ फायदे हैं, तो वहीं नुकसान। बच्चे बजाय बाहर खेलने के मोबाइल, टैबलेट, लैपटॉप में तरह-तरह के गेम्स खेलना पसंद कर रहे हैं। मतलब आउटडोर गेम्स खेलना धीरे-धीरे कम होते जा रहा है। बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए फिजिकल एक्टिविटीज बेहद जरूरी है, तो आप उन्हें इन एक्टिविटीज के प्रति रूचि पैदा करवाएं। जिसमें से एक है साइकिलिंग। आप अपने बच्चो को साइकिल चलाना सिखा सकते हैं, जो उन्हें एक्टिव, हेल्दी और फ्रेश रखने के लिए सबसे अच्छी एक्टिविटी में से एक है। इससे बच्चों को कई तरह के फायदे भी मिलती है, आइए जान लें यहां इसके बारे में।
हार्ट की मसल्स के लिए बेस्ट एक्सरसाइज
पैरों की मसल्स के लिए साइकिल चलाना एक बेहतरीन कसरत है। जब पैरों की मसल्स की एक्सरसाइज होती है, तो इससे हार्ट रेट बढ़ जाता है। मतलब यह हार्ट के लिए बेहतरीन एक्सरसाइज है। यह बच्चे के वेट पर भी कंट्रोल रखता है, जिससे मोटापे की समस्या नहीं होती।
एक्टिव रखता है
गैजेट्स का इस्तेमाल करके इनडोर वर्चुअल गेम पर समय बिताना बच्चों को घर के अंदर ही सीमित कर देता है और उन्हें आलसी और इनएक्टिव बना देता है। इससे कुछ बच्चे बचपन में मोटापे का शिकार हो सकते हैं। वेट कम करने और उन्हें एक्टिव रखने के लिए साइकिल चलाना सबसे अच्छी एक्टिविटी में से एक है।
मसल्स बिल्ड होती है
साइकिल चलाना पूरे शरीर को मजबूत बनाता है। यह मांसपेशियों को धीरे-धीरे मजबूत बनाता है। साइकिल चलाना धीमी, लेकिन एक इफैक्टिव एक्टिविटी है, जो लंबे समय तक आपके बच्चे की मदद करती है।
तनाव से राहत मिलती है
साइकिल चलाना एक बेहतरीन स्ट्रेस बस्टर है। साइकिल की सवारी बच्चों को रिचार्ज करने में मदद करती है। स्कूल में लंबे दिन के बाद किसी भी तरह की फिजिकिल एक्टिविटी उन्हें तनाव दूर करने और खुश रहने में मदद करती है।
बढ़ता है कॉन्फिडेंस
साइकिल चलाने से बच्चों में कॉन्फिडेंस बढ़ता है। वे ज्यादा जिम्मेदार महसूस करते हैं। यह उन्हें अपने आसपास की दुनिया को जानने में मदद करता है और उन्हें अपने वातावरण के आदि होने के लिए तैयार करता है। जब वे घर से बाहर होते है, तो उनका कॉन्फिडेंस उन्हें डर या असहजता के दायरे में आए बिना सहज रहने में मदद करता है।
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