कोरबा। एक आम आदमी कैसे मरता है, कर्ज लेकर ये बात आज कोरबा जिले में देखने को मिला । कर्ज न चुका पाने के लिए के लिए खुश को फांसी में खुलना लटकना पड़ा।
देश छोड़ का भाने वालो पर कोई कारवाही नही पर जो ईमानदारी से कर्ज चुका रहा हैं। उसके पीछे बैंक प्रबंधन हाथ धो कर पड़ा रहता है। ऐसे बैंकों पर कर्ज वसूली के लिए जो लोग पड़े रहते हैं उनके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए पर नहीं हो पाती है।
एक व्यवसायी ने अपने घर पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। प्रारंभिक तौर पर बात सामने आई है कि बैंक से लिए गए कर्ज को चुकाने के लिए लगातार दबाव प्रबंधन द्वारा बनाया जा रहा था जिससे परेशान होकर उसने यह कदम उठाया।
जानकारी के अनुसार ट्रांसपोर्ट नगर चौक पर इंडियन काफी हाऊस के पास भुनेश्वर गोस्वामी के द्वारा श्याम ऑटो डील का संचालन किया जा रहा था। उसने आज दोपहर कांशीनगर स्थित अपने निवास में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। इसकी जानकारी होने पर परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पुलिस यहां पहुंची और मर्ग पंचनामा बाद शव को फंदे से उतरवा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
बताया जा रहा है कि उसने एक बैंक से लगभग 9 लाख रुपए का कर्ज ढाई साल पहले लिया था जिसकी अदायगी धीरे-धीरे कर रहा था। बैंक प्रबंधन द्वारा उसे तत्काल पैसा जमा करने के लिए कहा जाने लगा और कर्मचारी पहुंचकर दुकान सीज करने की चेतावनी दे गए थे। परिजनों के मुताबिक बैंक प्रबंधन के रवैया से वह काफी परेशान और मानसिक तनाव में था ।इसके बाद उसने यह कदम उठाया। बहरहाल पुलिस विवेचना के बाद ही मौत का सही कारण स्पष्ट हो सकेगा।
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