महंगाई से चल रही लड़ाई के बीच केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मौद्रिक नीति समिति आज मंगलवार से बैठक शुरू कर रही है, जिसमें नीतिगत पॉलिसी पर फैसला लिया जाएगा. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि आरबीआई ब्याज दरों पर अपनी यथास्थिति बरकरार रख सकता है. आरबीआई ने ब्याज दर में बढ़ोतरी का सिलसिला पिछले साल मई में शुरू किया था, हालांकि फरवरी के बाद से रेपो दर 6.5 प्रतिशत पर स्थिर है. इसके बाद अप्रैल और जून में हुई एमपीसी की दो बैठकों में बेंचमार्क दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया था, अगर इस बार भी कोई बदलाव नहीं किया जाता है तो यह लगातार तीसरी बार होगा, जब आरबीआई अपने स्टांस में कोई बदलाव नहीं करेगा।
आर्थिक वृद्धि की गति को बनाए रखने के लिए कर्ज लेने की लागत स्थिर बनी
विशेषज्ञों का मानना है कि आर्थिक वृद्धि की गति को बनाए रखने के लिए कर्ज लेने की लागत स्थिर बनी रहेगी. पंजाब एंड सिंध बैंक के प्रबंध निदेशक स्वरूप कुमार साहा ने कहा कि आरबीआई वैश्विक रुझानों सहित कई चीजों को ध्यान में रखता है. इसलिए, हाल में अमेरिकी फेडरल रिजर्व जैसे कई केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी को भी ध्यान में रखा जाएगा. साहा ने कहा, ”मेरा अनुमान है कि आरबीआई रेपो रेट को मौजूदा स्तर पर बरकरार रखेगा
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