सावधान! आपके Facebook, WhatsApp को ट्रैक कर सकता है ये ऐप, पढ़ सकता है मैसेज, तुरंत करें डिलीट

हैकर्स और साइबर क्रीमिनल्स अक्सर मैलवेयर के जरिए लोगों के स्मार्टफोन में सेंध लगाकर डेटा चुरा लेते हैं। ज्यादातर मामलों में ये मैमवेयर किसी ऐप के जरिए यूजर्स के स्मार्टफोन या मोबाइल में दाखिल होते हैं।

अब एक बार फिर से एंड्रॉयड यूजर्स की प्राइवेसी खतरे में है। दरअसल, एक ऐसा मैलवेयर एप सामने आया है जो एंड्रॉयड यूजर्स के प्राइवेट मैसेजिंग एप जैसे Facebook, WhatsApp और Telegram को ट्रैक कर सकता है और मैसेज पढ़ सकता है। गूगल ने अपने प्ले स्टोर से इस मैलवेयर ऐप को हटा दिया है। अगर आपके फोन में भी यह ऐप है तो इसे तुरंत डिलीट कर दें।

सेफ नहीं है यह ऐप
साइबर फर्म Cyfirma ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि SafeChat एप यूजर्स के लिए सेफ नहीं है। भले ही इसके नाम में Safe है लेकिन यह एप किसी भी कीमत पर सेफ नहीं है। यह एप यूजर्स की जासूसी करता है और उनके प्राइवेट मैसेज पढ़ता है। ऐसे में अगर आपने भी अपने मोबाइल में यह ऐप इंस्टॉल कर रखा है तो इसे तुरंत डिलीट कर दें, नहीं तो आपकी प्राइवेसी खतरे में पड़ सकती है। App stealing Facebook and Whatsapp messages

इस हैकिंग ग्रुप का हाथ!
माना जा रहा है कि इस एप के पीछे भारतीय हैकिंग ग्रुप Bahamut का हाथ है। SafeChat एप यूजर्स के सभी सोशल मीडिया चैटिंग एप पर नजर रखता है। इसके अलावा उनके फोन के टेक्स्ट मैसेज, कॉल लॉग और जीपीएस लोकेशन को पढ़ता है। बता दें कि इसी हैकिंग ग्रुप ने साल 2022 में लोगों की ट्रैकिंग और जासूसी के लिए डमी VPN एप्स डिजाइन किए थे। Cyfirma की रिपोर्ट के मुताबिक यदि Bahamut ग्रुप का स्पाईवेयर इनेबल है तो किसी भी डिवाइस को रिमोटली कंट्रोल किया जा सकता है। इस ग्रुप के स्पाईवेयर की मदद से यूजर्स के फोन की एक-एक जानकारी हासिल की जा सकती है।

चुरा सकते हैं ये डेटा
SafeChat जैसे मैलवेयर वाले एप यूजर्स के इंटरनेट कनेक्शन, आईपी एड्रेस, सिम कार्ड सिरियल नंबर आदि की जानकारी भी हासिल कर सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि SafeChat सेफ और सिक्योर चैटिंग का दावा करता है लेकिन यह खुद ही यूजर्स की जासूसी करता है। यदि आपके फोन में भी SafeChat एप इंस्टॉल है तो उसे तुरंत डिलीट करें।