CG अनोखी शादी : जिला जेल में लड़की-लड़का ने लिए सात फेरे, पत्नी ने ही दिलाई थी सजा

रायगढ़, 05 अगस्त।  जिले के खरसिया थाना में कुछ दिनों पहले दुष्कर्म के मामले के मुख्य आरोपी के साथ पीड़िता का जेल परिसर में ही मंत्रोचर के साथ धूमधाम से शादी कराई गई. इस दौरान आरोपी और पीड़िता के परिजनों के साथ ही जेल प्रशासन और नगर निगम के कर्मचारी मौजूद थे. सभी ने नव दंपत्ति के सुखी जीवन की कामना करते हुए पूरे विधि-विधान से इस विवाह को संपन्न कराया.

बता दें कि जिला जेल में शुक्रवार को एडीजे के आदेश पर जेल में निरुद्ध डॉक्टर सूर्यकांत तिवारी और युवती डॉक्टर के बीच पुरे विधि-विधान से शादी रचाई। यह शादी अपने आप में ऐतिहासिक शादी इसलिए बन गई, क्योंकि जिला जेल में निरुद्ध बंदी की शादी समारोह का आयोजन पहली बार हुआ है।

इस संबंध में जिला जेल प्रबंधन ने चर्चा के दौरान बताया कि जेल में निरूद्ध डॉ. सूर्यकांत तिवारी बीते 27 मार्च से दुष्कर्म के मामले में बंद है। जिसके द्वारा अपराध दर्ज कराया गया था उसी युवती डॉक्टर से डाक्टर सूर्यकांत तिवारी ने शादी रचाई है। इस विवाह के लिए रायगढ़ न्यायालय से अनुमति मिली थी।

जिसके बाद जेल परिसर में जिला जेल प्रबंधन द्वारा शादी का इंतजाम किया गया और गायत्री परिवार के पुरोहितों को बुलाकर विधि विधान से विवाह संपन्न कराया गया। इस दौरान वर और वधू दोनों पक्ष के घरवाले उपस्थित रहे। जेल में विरुद्ध सूर्यकांत तिवारी के परिजनों ने बताया कि डॉक्टर सूर्यकांत काफी योग्य व्यक्ति हैं। उनके द्वारा पीएचडी करने उपरांत अलग-अलग देशों के रिसर्च सेंटरों में सेमिनार और वेबीनार का आयोजन किया जाता रहा है। जिसके लिए उन्हें देश के प्रधानमंत्री द्वारा सम्मानित भी किया गया है। किसी सेमिनार के दौरान उनकी मुलाकात महिला डॉक्टर से हुई थी। जिसके बाद दोनों में प्रेम हो गया, फिर किसी बात को लेकर गलतफहमी के कारण उनके खिलाफ अपराध दर्ज करा दिया गया। हालांकि गलती का एहसास होने पर दोनों पक्ष में सहमति बनी और इसी कारण जेल परिसर में उनका विवाह संपन्न कराया गया।